Hamara Hathras

Latest News

सिकंदराराऊ (हसायन) 22 नवंबर । हसायन में चतुर्थ शनिवार को कोतवाली परिसर में समाधान दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम सुबह 10 बजे शुरू तो हुआ, लेकिन जिलास्तरीय तथा तहसील स्तरीय अधिकारियों की गैरमौजूदगी के चलते पूरा आयोजन अव्यवस्थित नजर आया। कोतवाली पुलिस की ओर से समाधान दिवस के लिए टेंट, पर्दे और मैट की व्यवस्था की गई थी, पर निर्धारित समय पर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौजूद नहीं दिखा। समाधान दिवस में लगातार तीसरी बार ऐसा हुआ कि तहसील स्तर से कोई अधिकारी समय पर नहीं पहुंचा। कई बार अधिकारी आते भी हैं तो केवल औपचारिकता निभाकर वापस लौट जाते हैं। शनिवार को भी सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक न तो जिलाधिकारी अतुल वत्स पहुंचे और न ही पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा। इसी कारण राजस्व व चकबंदी विभाग के लेखपाल भी निर्धारित समय से पहले ही अपने-अपने बैग उठाकर चले गए। सुबह के दौरान शिकायतें कोतवाली प्रभारी गिरीश चन्द्र गौतम और बाद में राजस्व निरीक्षक (कानूनगो) रामनरेश ने सुनीं। कानूनगो रामनरेश के अनुसार समाधान दिवस में केवल तीन शिकायतें जमीनी विवाद से संबंधित आईं, जिनका निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। इस बीच समाधान दिवस में खाली पड़ी कुर्सियों की फोटो और वीडियो लेने पर एक पुलिसकर्मी ने कोतवाल को शिकायत कर दी, जिसके बाद कोतवाल ने मीडिया कर्मी से नाराजगी जताई। हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि वह अभी समाधान दिवस से उठकर अंदर बैठे थे। गांव नगला डाडा के निवासी कैलाश ने बताया कि वह कई महीनों से चकरोड विवाद की शिकायत कर रहे हैं, लेकिन समाधान दिवस में कोई सक्षम अधिकारी नहीं आने से समस्याओं का समाधान नहीं हो पाता। तहसीलदार सोनू बघेल और उपजिलाधिकारी संजय सिंह की गैरमौजूदगी पर जब संपर्क किया गया तो तहसीलदार का नंबर नेटवर्क क्षेत्र से बाहर बताया गया और एसडीएम ने फोन रिसीव नहीं किया। अधिकारियों की अनुपस्थिति से फरियादी निराश दिखे और समाधान दिवस समाप्त होने के बाद टेंट व कुर्सियां हटाकर कार्यक्रम खत्म कर दिया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Posts

You cannot copy content of this page