
नई दिल्ली 19 नवंबर । व्हाट्सऐप की एक बड़ी सुरक्षा खामी ने दुनिया भर के 3.5 अरब से ज्यादा यूजर्स को खतरे में डाल दिया है। वियना यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स द्वारा खोजी गई इस कमजोरी के कारण किसी भी यूजर का फोन नंबर, प्रोफाइल पिक्चर, स्टेटस और अबाउट सेक्शन की जानकारी आसानी से लीक हो सकती है। रिसर्चर्स के अनुसार, यह समस्या व्हाट्सऐप के कॉन्टैक्ट डिस्कवरी फीचर में है, जिसके जरिए किसी भी नंबर को चेक करके पता लगाया जा सकता है कि वह व्हाट्सऐप पर एक्टिव है या नहीं। इसके बाद उस यूजर की प्रोफाइल से जुड़ी सार्वजनिक जानकारी को बड़े पैमाने पर निकाला जा सकता है और संभावित रूप से इसका गलत इस्तेमाल हो सकता है। रिसर्च में पाया गया कि 5 अकाउंट्स से 63 अरब संभावित मोबाइल नंबरों की जांच की गई और 100 मिलियन प्रति घंटे की रफ्तार से 3.5 अरब एक्टिव अकाउंट्स की पहचान की गई। इनमें से 56.7% यूजर्स की प्रोफाइल पिक्चर और 29.3% यूजर्स के अबाउट सेक्शन की जानकारी सामने आई, जिनमें कई बार धार्मिक, राजनीतिक विचार और सोशल मीडिया लिंक भी शामिल थे। सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में भारत पहले स्थान पर है, जहां 74.9 करोड़ से अधिक यूजर्स के डेटा के खतरे में होने की आशंका है। इसके अलावा इंडोनेशिया, ब्राजील, अमेरिका और रूस में भी करोड़ों अकाउंट्स प्रभावित पाए गए।
व्हाट्सऐप के VP ऑफ इंजीनियरिंग नितिन गुप्ता ने कहा कि इस रिसर्च ने उनके सुरक्षा तंत्र को और मजबूत बनाने में मदद की है और अभी तक किसी बड़े गलत उपयोग का मामला सामने नहीं आया है। वहीं, साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने यूजर्स को सलाह दी है कि वे अपनी प्रोफाइल फोटो, अबाउट और स्टेटस को प्राइवेट रखें और व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें। बिजनेस यूजर्स को सुरक्षित API फीचर्स का उपयोग करने की सलाह दी गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि डिजिटल युग में सुरक्षा जितनी कंपनियों की जिम्मेदारी है, उतनी ही यूजर्स की भी है।









