सनातन हिंदू एकता यात्रा के समापन पर डॉ विकास शर्मा ने गुरु दीक्षा ली, संत-महात्माओं का लिया आशीर्वाद

वृंदावन 17 नवम्बर । पंडित धीरेंद्र शास्त्री द्वारा संचालित सनातन हिंदू एकता यात्रा का भव्य समापन रविवार को श्रीधाम वृंदावन में अद्भुत आध्यात्मिक वातावरण के बीच संपन्न हुआ। इस विशाल आयोजन में पूरे भारत से आए संत, महंत, साधु–सन्यासियों तथा हजारों सनातन प्रेमियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और सनातन एकता का अनूठा संदेश दिया। समारोह के दौरान फोकस ग्रुप के डायरेक्टर डॉ. विकास कुमार शर्मा ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की उपस्थिति में जगतगुरु रामभद्राचार्य से गुरु दीक्षा एवं यज्ञोपवीत संस्कार प्राप्त किया। इस दौरान जगद्गुरु जय महाराज, मृदुल कृष्ण गोस्वामी, कृष्णचंद्र ठाकुर, पुंडरीक, ठाकुर देवकीनंदन, इंद्रेश उपाध्याय, अनिरुद्धाचार्य, सुकृतलाल सहित सैकड़ों प्रतिष्ठित सनातन धर्म गुरुओं का आशीर्वाद पाने का सौभाग्य भी डॉ. शर्मा को प्राप्त हुआ।

डॉ. विकास शर्मा के साथ हाथरस से पाँच बसों में सवार होकर पहुँचे सैकड़ों युवाओं राहुल कौशिक, मीनू शर्मा, विशाल सारस्वत, श्रेय शर्मा, सोनू, अमित, कौशल, रानू, विवेक, रवि, अंकित, राजा, रामपाल, कपिल, हेमंत, यश, अनिल, दिलीप, चेतन शर्मा, रमेश, सुरेश, भरत, वैभव, ललित, उमेश, पंकज, हिमांशु, प्रभात, सुनील सहित अनेक कार्यकर्ताओं ने भी यात्रा में बड़ी आस्था और उत्साह के साथ भाग लिया। मार्गभर जगह-जगह पुष्पमालाओं, पटकों और प्रतीक चिह्नों से इन श्रद्धालुओं का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। गुरूदीक्षा प्राप्त करने के बाद डॉ. विकास कुमार शर्मा ने भावुक होकर कहा कि संतों का दर्शन एवं आशीर्वाद उनके जीवन की अमूल्य उपलब्धि है। उन्होंने यह संकल्प भी व्यक्त किया कि वे गुरु भाई धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और गुरु श्री रामभद्राचार्य जी महाराज के आदेशों, प्रवचनों तथा भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने के प्रयासों में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। कार्यक्रम में गौमाता को राजमाता और राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग भी प्रमुखता से उभरकर सामने आई। डॉ. शर्मा ने बताया कि महाराष्ट्र सरकार ने पहले ही गौमाता को राजमाता घोषित कर दिया है, उत्तराखंड में प्रस्ताव लंबित है, उत्तर प्रदेश सरकार भी इस विषय पर विचार कर रही है। वहीं असम और दिल्ली में गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने पर मंथन चल रहा है। उन्होंने कहा कि देशभर के गौसेवक और प्रवासी भारतीय भी एक स्वर से यह मांग उठा रहे हैं कि भारत सरकार गौमाता को राष्ट्रमाता, तथा सभी राज्यों में राजमाता घोषित करे। सनातन हिंदू एकता यात्रा का यह भव्य समापन भक्ति, संस्कृति और हिंदू एकजुटता का अद्भुत संगम बनकर—पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है।












