
हाथरस 17 नवम्बर । आज बागला कॉलेज के प्रांगण में भारत के लौह पुरुष, स्वतंत्र भारत के प्रथम गृह मंत्री और रियासतों के एकीकरण के महान शिल्पी सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती बड़े ही भव्य और उत्साहपूर्ण वातावरण में मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रज बहादुर भारद्वाज रहे, जबकि आयोजन की संपूर्ण संयोजकता हाथरस की लोकप्रिय सदर विधायक अंजुला सिंह माहौर द्वारा संभाली गई। कॉलेज परिसर में सैकड़ों कार्यकर्ताओं और नागरिकों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक रूप प्रदान किया। मंच पर हाथरस के लोकप्रिय सांसद अनूप प्रधान, पूर्व जिलाध्यक्ष महेंद्र सिंह आचार्य, ब्लॉक प्रमुख रामेश्वर उपाध्याय, पूनम पांडे सहित पांचों मंडलों के अध्यक्ष मूलचंद वार्ष्णेय, प्रदीप शर्मा, स्मृति पाठक, योगेश सेंगर और आकाश सिंह भी विराजमान रहे। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री रूपेश उपाध्याय और हरिशंकर राणा भूरा पहलवान ने किया।

मुख्य अतिथि ब्रज बहादुर भारद्वाज ने अपने संबोधन में कहा कि सरदार पटेल ने भारत की एकता और अखंडता को मजबूत करने में अतुलनीय योगदान दिया। उन्होंने कहा कि “सरदार साहब ने 562 रियासतों का विलय कर भारत को एक मजबूत राष्ट्र के रूप में स्थापित किया, इसी कारण उन्हें लौह पुरुष की उपाधि मिली। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ बनाकर उनके योगदान को वैश्विक पहचान दिलाने का कार्य किया है।” इसके बाद सांसद अनूप प्रधान ने भी सरदार पटेल को नमन करते हुए कहा कि “भारत को एक श्रेष्ठ, समृद्ध और अखंड राष्ट्र बनाने का जो सपना सरदार पटेल ने देखा था, वह आज हमारे मार्गदर्शन का आधार है। महात्मा गांधी से प्रेरित होकर उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई, और आज उनके विचार प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणा हैं।”
कार्यक्रम की संयोजक और सदर विधायक अंजुला सिंह माहौर ने सरदार पटेल के जीवन और योगदान पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि “1875 में गुजरात के नडियाड में जन्मे सरदार पटेल ने इंग्लैंड में बैरिस्टर की पढ़ाई करने के बाद वकालत शुरू की, लेकिन मन में गहरी राष्ट्रभक्ति और समाज के लिए कुछ करने की इच्छा के कारण वे भारत की स्वतंत्रता और अखंडता के महान सेनानी बने। उन्होंने रियासतों को एक सूत्र में पिरोकर भारत को एकाकार करने का ऐतिहासिक कार्य किया, और यही कारण है कि उन्हें लौह पुरुष कहा जाता है। 1991 में भारत रत्न से सम्मानित सरदार पटेल की प्रेरणा से ही हम सभी को एकजुट होकर भारत को विश्व में अग्रणी बनाने का संकल्प लेना चाहिए।” कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला अध्यक्ष शरद महेश्वरी ने अंत में सभी कार्यकर्ताओं, अतिथियों और सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम उपरांत भव्य पदयात्रा का शुभारंभ बागला इंटर कॉलेज से ‘भारत माता की जय’ और ‘सरदार पटेल अमर रहें’ के गगनभेदी नारों के साथ किया गया। यह पदयात्रा सासनी गेट, कमला बाजार, गुड़हाई बाजार, सर्राफा, लोहट बाजार और चुना वाला डंडा से होती हुई आगरा रोड स्थित शहीद पार्क तक निकाली गई, जहां जाकर यात्रा का समापन हुआ। शहीद पार्क में उपस्थित जनसमूह ने भारत के अमर शहीदों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पदयात्रा के दौरान शहरवासियों ने जगह-जगह यात्रा का गरमजोशी से स्वागत किया। सबसे पहले बागला मार्ग स्थित महेश वर्मा की दुकान पर यात्रा का स्वागत किया गया, इसके बाद सुनीता आर्य की दुकान, लक्ष्मी पन्ना पेड़ वालों की दुकान, अमित अग्रवाल (बालाजी कंस्ट्रक्शन), सर्राफा एसोसिएशन, निस्वार्थ सेवा संस्थान, कपिल अग्रवाल तथा सादाबाद गेट पर संजीव अग्रवाल द्वारा पदयात्रा का भव्य स्वागत किया गया। चुना वाला डंडा पर भी कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने पुष्पवर्षा कर यात्रा में उत्साह भरा।
आज की इस ऐतिहासिक पदयात्रा और जयंती समारोह में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे, जिनमें डोली माहौर, गौरव आर्य, भीकम सिंह चौहान, महेंद्र सिंह आचार्य, रामेश्वर उपाध्याय, पूनम पांडे, राजेश सिंह गुड्डू, विष्णु बघेल, विशाल गुप्ता, सत्येंद्र सिंह, कप्तान सिंह, रूपेश उपाध्याय, भोला रावत, प्रशांत शर्मा, मूलचंद वार्ष्णेय, प्रदीप शर्मा, स्मृति पाठक, योगेश सेंगर, आकाश सिंह, अविनाश तिवारी, प्रेम सिंह कुशवाहा, वासुदेव मेहर, संजय सक्सेना, अंकित गौड़, संध्या आर्य, जय शर्मा, योगेंद्र गहलोत, अनुराग अग्निहोत्री, दीपक माहौर, विक्रम जादौन, सचिंद्र कुशवाहा, महेश वर्मा, प्रमोद मदनावत, नरेश ठाकुर, देवेंद्र चौहान, अभिषेक शर्मा, देवा पहलवान, कृष्ण पहलवान सहित सैकड़ों कार्यकर्ता और नागरिक शामिल रहे, जिन्होंने सरदार पटेल के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।












