
हाथरस 16 नवंबर । आज कृपाल रूहानी मिशन की शाखा कृपाल आश्रम गौशाला मार्ग हाथरस पर समय प्रातः 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक साप्ताहिक सत्संग का आयोजन हुआ। सत्संग दयाल पुरुष संत दर्शन सिंह जी महाराज व मिशन के प्रमुख एवं विश्व विख्यात आध्यात्मिक सतगुरु संत राजिंदर सिंह जी महाराज ने ऑडियो वीडियो के माध्यम से प्रस्तुत किया। दर्शन सिंह जी महाराज ने समझाया कि हमारा मन ही है जो हमें परमात्मा के रास्ते से दूर ले जाता है। इसलिए हमें अपने मन को सच्चे गुरु के हवाले कर देना चाहिए। इस धरती पर एक सच्चे सतगुरु ही हैं जो हमारे इंसानी चोले के वास्तविक उद्देश्य “जो कि स्वयं को सही रूप में जानना और पिता पर्मेश्वर में लीन होने का है “, को पूरा कराने में हमारी पूरी मदद करते हैं। और हम इंसान अपने गुरु द्वारा सुझाए गए रास्ते पर सच्ची लगन व निष्ठा से चलकर परमात्मा से एकमेक हो जाते हैं, और सदा सदा के लिए चौरासी लाख जिया जून के चक्र से मुक्त हो जाते हैं।
इसके पश्चात संत राजिंदर सिंह जी महाराज ने सत्संग प्रस्तुत करते हुए समझाया कि सच ऊँचा है लेकिन उससे भी ऊँचा है सच्चा सच्चा जीवन जीना। सच्चा जीवन जीने से तात्पर्य है कि अपने जीवन को सच्चाई, प्रेम,दया, करुणा और निष्काम सेवा से भरपूर बनाना। जब हम इंसान इसके माफिक जीवन जीते हैं और अपने सतगुरु द्वारा बताये गए रास्ते पर चलकर प्रभु के सिमरन, भजन और धुन से जुड़ते हैं तो निश्चित रूप से हम परमात्मा को पाने के लायक हो जाते हैं। इसी श्रृंखला में जट्टारी से आये सत्संग कर्ता श्री छैल बिहारी जी ने सत्संग प्रस्तुत किया। उन्होंने गुरु की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डाला। और कहा कि इस संसार में दो मार्ग है, एक श्रेय मार्ग है जो हमें इस सांसारिक मोह माया की ओर ले जाता है। और दूसरा मार्ग ज्ञान का है, जो हमारे अज्ञान रूपी अंधकार को दूर करके हमें परमात्मा के धाम की ओर ले जाता है। उन्होंने आगे समझाया जब हमारी आत्मा पर प्रेम और प्रभु को पाने की चाहत का रंग चढ़ जाता है, तब हमारी आत्मा प्रभु में लीन होने के लायक बन जाती है।
सत्संग के पश्चात महाराज जी ने सभी भाई बहिनों को कुछ समय के लिए भजन अभ्यास पर बैठाया। आज के दिन आश्रम पर छोटे बच्चों हेतु बाल सत्संग का भी आयोजन हुआ। जिसमें सभी बच्चों को सच्चाई, नेकी,प्रेम, पवित्रता व अहिंसा से भरपूर जीवन जीने की शिक्षा दी गयी। शाखा पर निःशुल्क एलोपैथिक, होम्योपैथिक डिस्पेंसरी भी लगाई गयी। जिसमें जरूरत मंदों की मधुमेह व रक्त चाप के स्तर की निःशुल्क जाँच की गयी तथा आवश्यकतानुसार सभी मरीजों को निःशुल्क दवाएँ भी वितरित की गयीं। सत्संग के पश्चात समस्त संगत हेतु अटूट लंगर प्रसादी का भी वितरण किया गया।














