तीन दिन से बुखार से पीड़ित गर्भवती महिला की मौत, मायके वालों ने ससुरालियों पर लापरवाही का आरोप लगाया

हाथरस 08 नवंबर । तीन दिन से बुखार से पीड़ित बबिता (18) की शनिवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। महिला की अभी पांच महीने पहले ही शादी हुई थी और वह तीन माह की गर्भवती थी। मायके पक्ष ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। जानकारी के अनुसार फिरोजाबाद जिले के टूंडला थाना क्षेत्र के गांव खेमकरन निवासी सुनील ने बेटी बबिता की शादी 4 जुलाई 2025 को हाथरस जंक्शन थाना क्षेत्र के वीरनगर निवासी अनिल कुमार से की थी। परिवार वालों के अनुसार तीन दिन से उसकी तबीयत खराब थी। दो दिन पहले मां मीरा से वीडियो कॉल पर बात करते हुए उसने बुखार की जानकारी दी थी। मायके पक्ष का आरोप है कि शुक्रवार को जब वे बेटी को देखने आने लगे तो ससुराल पक्ष ने तबीयत ठीक होने की बात कहकर रोक दिया। शनिवार सुबह अचानक फोन कर बुलाया गया, लेकिन तब भी मौत की जानकारी नहीं दी गई थी। पहुंचने पर पता चला कि बबिता की मौत हो चुकी है। माता मीरा का आरोप है कि तीन दिन तक अप्रशिक्षित डॉक्टर से इलाज कराया गया। समय रहते सही अस्पताल ले जाते तो बेटी की जान बच सकती थी। इधर, पति अनिल ने बताया कि गांव पुरा के एक चिकित्सक के यहां उपचार चल रहा था। 7 नवंबर की शाम तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर आगरा रोड स्थित एक प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया, जहाँ भर्ती से मना कर दिया गया। इसके बाद सुबह करीब 7 बजे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सीओ सिकंदराराऊ जेएन अस्थाना ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी बुखार से मौत की मिली है। पोस्टमार्टम कराया गया है। अभी कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। शिकायत मिलने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।









