
हाथरस 04 नवंबर । शहर के कारोबारियों पर केंद्रीय जीएसटी की नजर है। राज्य जीएसटी लखनऊ की टीम ने आज सासनी में सरिया बनाने वाली फैक्ट्री पर छापेमारी की। छापे मारी के दौरान फैक्ट्री में अफरा तफरी का माहौल रहा । फैक्ट्री संचालकों एवं कर्मचारियों के मोबाइल टीम ने बंद करा दिए। छापे मारी के दौरान तीन से चार गाड़ियां फैक्ट्री के अंदर थी। किसी को फैक्ट्री में अंदर प्रवेश की इजाजत नहीं थी। इगलास रोड स्थित नगला गड़ू के निकट दिनावली रोड़ पर अलीगढ़ के एक व्यक्ति की है, जिसमें सीक्वेंस फेरो प्राइवेट लिमिटेड के नाम से स्क्रेव बनाने की फैक्ट्री है। यहां पर दूरदराज जिलों से कबाड़ की गाड़ी आती है, जिन्हें गलाकर सरिया तैयार किया जाता है,क्षेत्र के लोग सरिया फैक्ट्री के नाम से भी जानते है, पहले ये फैक्ट्री सासनी के अजरोई गांव के निकट में थी। सूचना मिलने पर यहां पर सीजीएसटी की टीमें आई थीं। टीम की गाड़ी देखकर खलबली मच गई थी। टीम किसी विशेष सूचना के यहां आई थी। टीम के सदस्यों ने फर्म के स्वामी से पूछताछ कर अन्य जानकारियां भी जुटाईं।
वहीँ हसायन क्षेत्र के जयपुर–बरेली राजमार्ग स्थित गाँव जाऊ वीरेंद्र नगर में स्थापित सरिया बनाने वाली फैक्ट्री महाकाल कानकास्ट लिमिटेड स्क्रैप संयंत्र पर आज दोपहर स्टेट जीएसटी टीम ने छापामार कार्रवाई की। कार्रवाई की जानकारी मिलते ही क्षेत्र के अन्य औद्योगिक इकाइयों में हड़कंप मच गया। सूत्रों के अनुसार, स्टेट जीएसटी लखनऊ की नौ सदस्यीय टीम, साथ में दो उपनिरीक्षक एवं दो कांस्टेबलों के साथ दोपहर लगभग 12 बजे तीन वाहनों में संयंत्र पर पहुँची। टीम ने परिसर का मुख्य गेट बंद कर जांच शुरू की। कार्रवाई के दौरान संयंत्र के भीतर मौजूद कर्मचारियों के मोबाइल फोन टीम द्वारा कब्जे में ले लिए गए । टीम द्वारा संयंत्र से जुड़े दस्तावेज, तैयार लोहे के सामान और स्क्रैप के आवक–जावक रिकॉर्ड की गहन जांच की जा रही है। औद्योगिक क्षेत्र सलेमपुर में संचालित अन्य स्क्रैप व स्टील इकाइयों में भी कार्रवाई की आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि संबंधित व्यापारियों के अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की तैयारी है। शाम तक जीएसटी टीम की कार्रवाई संयंत्र के अंदर जारी रही। फिलहाल, टीम ने कार्रवाई से संबंधित कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की है।











