
हाथरस 04 नवंबर । श्यामकुंज स्थित एम.एल.डी.वी. पब्लिक इंटर कॉलेज एवं तरफरा रोड स्थित आर.के.एस.के. इंटरनेशनल स्कूल में महान क्रांतिकारी, समाज सुधारक एवं राष्ट्रवादी गुरु नानक देव जी की जयंती की पूर्व संध्या पर श्रद्धापूर्वक स्मरण किया गया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने गुरु नानक देव जी को हिन्दी, संस्कृत एवं फारसी का परम विद्वान बताते हुए कहा कि उन्होंने विश्वभर का भ्रमण कर सिख धर्म के अनेक केंद्र स्थापित किए। गुरु नानक की शिक्षाओं ने ही भारत में स्वतंत्रता चेतना को जन्म दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्था के डायरेक्टर एवं डीआरबी इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य स्वतंत्र कुमार गुप्त ने कहा कि गुरु नानक ने ईश्वर को निरंकार, भय रहित, सर्वज्ञ एवं सृजनकर्ता बताया। उन्होंने मानवता को सत्य, समानता और सेवा का संदेश दिया। गुरु नानक जयंती पर गुरुद्वारों में 48 घंटे तक निरंतर गुरुग्रंथ साहिब का पाठ किया जाता है तथा नगर कीर्तन से वातावरण दिव्य हो उठता है। इस मौके पर छात्र-छात्राओं ने गुरु नानक देव जी के जीवन, विचारों एवं सिद्धांतों पर पोस्टर, भाषण एवं कविता के माध्यम से आकर्षक प्रस्तुतियाँ दीं। जिनमें रमन हाउस से गरिमा, प्राची, सिद्धी, महिमा, पलक; शिवाजी हाउस से दक्षिका, जाहृवी, दीपक, यश, भव्य; टैगोर हाउस से इफशिता, विजय, आयुष, कैफ, यश तथा विवेकानंद हाउस से लवी, आयुष, प्रतीक, यश, नितिन आदि प्रमुख रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में कॉर्डिनेटर शैलकान्ता गुप्ता, प्रशासनिक प्रमुख हर्षित गुप्ता (एड.), प्रधानाचार्या पूनम वार्ष्णेय, आरकेएसके इंटरनेशनल स्कूल की प्रधानाचार्या ज्योति सिंह, उप-प्रधानाचार्या शाजिया रफीक खान सहित कई शिक्षक-शिक्षिकाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा। संचालन डॉ. रेखा जादौन ने किया। अंत में संस्था के डायरेक्टर स्वतंत्र कुमार गुप्त ने छात्र-छात्राओं से गुरु नानक देव जी के आदर्शों को आत्मसात करते हुए समाज और राष्ट्र सेवा की प्रेरणा लेने का आह्वान किया।










