
सादाबाद 30 अक्टूबर । कुरसंडा गांव में गोपाष्टमी पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर महिलाओं और पुरुषों ने गौ माता की सेवा और पूजा-अर्चना की। महिलाओं ने व्रत रखकर गौ माता को स्नान कराया। उन्हें फूल मालाएं पहनाईं, तिलक लगाया और गुड़, चना तथा चारा खिलाकर विधि-विधान से पूजा की। गोपाष्टमी पर्व का विशेष महत्व है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब भगवान श्रीकृष्ण ने सात वर्ष की आयु पूरी की, तब उनके पिता नंद बाबा ने उन्हें गायों को चराने का कार्य सौंपा था। इससे पहले श्रीकृष्ण केवल बछड़ों को चराते थे। कार्तिक शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से ही भगवान श्रीकृष्ण ने गौ माता को चराना शुरू किया था। इसी दिन से गोपाष्टमी का पर्व मनाया जाने लगा, क्योंकि इस दिन भगवान कृष्ण ने गौ-पालन का संकल्प लिया था। इस अवसर पर मिथलेश देवी, शुक्लेश देवी, मोना शर्मा, शालू सक्सेना, गुलों शर्मा, मुकेश शर्मा सहित कई श्रद्धालुओं ने गौ माता की पूजा-अर्चना की।














