
सादाबाद 27 अक्टूबर । भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति ने सोमवार को एसडीएम मनीष चौधरी को एक ज्ञापन सौंपा। इसमें किसानों को डीएपी खाद की कमी और महंगे दामों पर इसे खरीदने की मजबूरी का उल्लेख किया गया।यूनियन ने बताया कि इफको, कृभको और सहकारी समितियों पर डीएपी उपलब्ध नहीं है। आलू की बुवाई के लिए किसानों को 1800 से 2000 रुपये प्रति बोरा डीएपी खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि डीएपी की कमी जारी रही, तो यूरिया खाद का भी यही हाल हो सकता है। किसानों के हित में समय पर डीएपी और यूरिया उपलब्ध कराने की मांग की गई, ताकि उन्हें कालाबाजारी से खाद न खरीदना पड़े। यूनियन ने यह भी बताया कि कुछ अन्य समस्याओं के बारे में पहले भी प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन उनका समाधान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति प्रदर्शन और अनशन करने को मजबूर होगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। ज्ञापन सौंपते समय विशंभर दयाल सारस्वत (अध्यक्ष सलाहकार समिति), रंजीत ठाकुर, भूपेंद्र चौधरी, दीपक चौधरी, अमित चौधरी सहित यूनियन के कई प्रमुख पदाधिकारी मौजूद थे। इस संबंध में एसडीएम मनीष चौधरी ने बताया कि सहकारी समितियों और अन्य स्थानों पर किसानों को नियमानुसार डीएपी का वितरण किया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि कहीं कोई अनियमितता पाई जाती है, तो उसकी जांच कराई जाएगी।













































