हाथरस 18 अक्टूबर । श्री वेद भगवान सनातन धर्म सभा हाथरस के अध्यक्ष पं. डॉ. जितेंद्र स्वरुप शर्मा ने दीपावली की अंतिम तिथि के निर्णय की घोषणा की है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, कार्तिक मास कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर 2025 दिन में 3:45 बजे प्रारंभ होकर 21 अक्टूबर 2025 शाम 5:55 बजे तक रहेगी। शास्त्रों के अनुसार दीपावली का पर्व अमावस्या तिथि को ही मनाया जाता है, लेकिन प्रदोष काल और निशीथकाल के आधार पर विभिन्न स्थानों में समय भिन्न हो सकता है। धर्म सिंधु के पुरुषार्थ चिंतामणि के मत अनुसार, व्रत-पर्व की एकरूपता और जनमानस के हित के लिए संपूर्ण भारत में दीपावली 21 अक्टूबर 2025, मंगलवार को ही मनाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि जहाँ अमावस्या केवल 20 अक्टूबर को सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में व्याप्त होती है, वहाँ दीपावली 20 अक्टूबर को ही होगी। जहाँ अमावस्या दोनों दिन (20-21 अक्टूबर) सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में व्याप्त होती है और दूसरे दिन 24 मिनट या उससे अधिक समय तक बनी रहती है, वहाँ दीपावली 21 अक्टूबर को ही मान्य होगी। पं. डॉ. जितेंद्र स्वरुप शर्मा ने पुनः स्पष्ट किया कि धर्मशास्त्र नियमानुसार विद्वानजन अपना निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन संपूर्ण भारत में एकरूपता हेतु यह निर्णय लिया गया है। इस निर्णय से दीपावली पर्व का एकरूप उत्सव पूरे देश में सुनिश्चित होगा।