
सिकंदराराऊ (हसायन) 03 अक्टूबर । कस्बा के विकासखंड कार्यालय में क्षेत्र पंचायत निधि से कराए गए विकास कार्यों की जांच के लिए जिला स्तरीय तीन सदस्यीय दल शुक्रवार को शाम लगभग तीन बजे पहुंचा। हालांकि, टीम के आने से पहले खंड विकास अधिकारी अपने वाहन में बैठकर निकल गए। जांच टीम के सामने खंड विकास अधिकारी और तत्कालीन क्षेत्र पंचायत के वित्तीय लेखा-जोखा संभालने वाले एकाउंटेंट की अनुपस्थिति रही। जांच दल ने कार्यालय में उपलब्ध जानकारी के अभाव में केवल कार्यालय परिसर और कुछ स्थल जैसे पेयजल टंकी, प्याऊ और शहीद स्मारक पार्क का निरीक्षण किया। ब्लॉक कर्मचारियों द्वारा शहीद स्मारक पार्क के बंद गेट की चाबी उपलब्ध नहीं कराई गई, जिससे टीम को स्थल का पूर्ण निरीक्षण करने का अवसर नहीं मिला। टीम ने ग्रामीण क्षेत्रों में कराए गए विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण भी नहीं किया और बिना किसी ठोस जानकारी के अपनी गाड़ी में बैठकर रवाना हो गई। शिकायतकर्ता ने जांच दल पर खानापूर्ति करने का आरोप लगाया। यह शिकायत पूर्व क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष ब्लॉक प्रमुख श्वेता सिंह के प्रतिनिधि पति सुमंत किशोर सिंह (एडवोकेट) और क्षेत्र पंचायत सदस्य व दिव्यांग दलित सदस्य द्वारा जिलाधिकारी राहुल पांडेय को लिखित रूप में दी गई थी। शिकायत में विकास कार्यों में धांधली और भ्रष्टाचार की जानकारी दी गई थी। जांच दल में पशु चिकित्सा विभाग से मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. विजय सिंह यादव और लोक निर्माण विभाग (PWD) के सहायक अभियंता शामिल थे। टीम ने वर्तमान में वित्तीय लेखा-जोखा संभाल रहे अवनीश कुमार से जानकारी ली, जिन्होंने अपनी तैनाती हाल ही में होने और चार्ज न मिलने की बात बताई। इसके बावजूद टीम ने लगभग साढ़े चार लाख रुपए मूल्य के आरओ स्तर के पेयजल प्याऊ और शहीद स्मारक में शिलाओं की स्थिति देखी और बिना स्थलीय निरीक्षण किए लौट गई।














