हाथरस 03 अक्टूबर । श्यामकुंज स्थित एमएलडीवी पब्लिक इण्टर कालेज एवं तरफरा रोड़ स्थित आर०के०एस० के० इण्टरनेशनल स्कूल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती पर उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ एमएलडीवी की प्रधानाचार्या पूनम वाष्र्णेय एवं आरकेएसके स्कूल की प्रधानाचार्या ज्योति सिंह, कार्डिनेटर शैलकान्ता गुप्ता, प्रशासनिक प्रमुख हर्षित गुप्ता (एड0) एवं संस्था के डायरेक्टर स्वतंत्र कुमार गुप्त ने माँ सरस्वती, स्वतंत्रता संग्राम के नायक बापू एवं जय जवान जय किसान का उद्घोष कर भारत पाकिस्तान युद्ध में पाकिस्तान के दांत खट्टे करने वाले लाल बहादुर शास्त्री के छवि चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित डीआरबी के पूर्व प्रधानाचार्य स्वतंत्र कुमार गुप्त ने कहा कि लोग सुख और भोग की खोज करने के लिये आते है, किन्तु बापू तो सत्य, अहिंसा, शत्रु से प्रेम करने, विश्व को शान्ति के मार्ग पर चलाने एवं मानवता की राह दिखाने के लिये अवतरित हुये थे। ‘‘दे दी हमें आजादी बिना खड्ग बिना ढाल, सावरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल’’ महात्मा गांधी का यह करिश्माई नेतृत्व ही था कि बिना हथियार उठाये भारत पर 300 वर्षों से अधिक शासन कर रही ताकतवर ब्रिटिश हुकूमत को उन्होंने भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया था। मार्टिन लूथर किंग, आइंस्टीन, नेल्सन मंडेला जैसी विश्व की नामचीन हस्तियां महात्मा गांधी के उत्कृष्ट व्यक्तित्व एवं सद् संकल्प व सुविचारों से प्रभावित थीं। आज आवश्यकता है कि हम उनके दिखाये हुये मार्ग का अनुसरण करते हुये एक बार फिर से विश्व में भारत की विजय दुदुंभी बजा सके।
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने ‘‘जय जवान जय किसान’’ का उद्घोष कर भारतीय सैनिकों को पाकिस्तान से हुये युद्ध में संघर्ष के साथ विजयी बनाया था। कार्यक्रम को सफल बनाने में उप-प्रधानाचार्या शाजिया रफीक खान, गीता गौतम, सुनीता राय, मौ० दानिश, निधि अरोरा, निधि शर्मा, अल्पना राठी, ज्योति शर्मा, काजोल वाष्र्णेय, सारिका सोनी, प्रियंका जैन, मोनिका दुबे, मानसी वर्मा, मुस्कान, रिया जैन, राजेन्द्र प्रसाद, श्याम सिंह, निहारिका वाष्र्णेय, जीतू अरोरा आदि का सहयोग रहा। कार्यक्रम का सफल संचालन डाॅ0 रेखा जादौन एवं ई0 गजल सौखिया द्वारा किया गया। अंत में संस्था के डायरेक्टर स्वतंत्र कुमार गुप्त ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।