
सादाबाद 02 अक्टूबर । आज हाथरस रोड स्थित न्यायालय प्रांगण के सामने खाली मैदान में राम-रावण युद्ध के बाद रावण और मेघनाद के पुतले जलाए गए। श्रीराम के अग्निबाण छोड़ते ही बुराई के प्रतीक ये पुतले धू-धू कर जल उठे। पुतला दहन स्थल पर भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की थी। मौके पर एसडीएम, तहसीलदार, सीओ और बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। पुतला दहन और मेले को देखते हुए हाथरस मार्ग को एकतरफा कर दिया गया था, जिससे दिनभर यातायात बाधित रहा। पंद्रह दिनों तक चले श्रीरामलीला महोत्सव के समापन के बाद यह पुतला दहन कार्यक्रम आयोजित किया गया। शाम करीब छह बजे श्रीराम और रावण के बीच युद्ध का भव्य नजारा देखने को मिला। युद्ध के बाद श्रीराम ने रावण पर अग्निबाण छोड़ा, जिसके साथ ही रावण और मेघनाद के पुतले जल उठे। पुतलों से काफी देर तक आतिशबाजी के रूप में विस्फोट होते रहे और तेज धमाके सुनाई दिए। बुराई के प्रतीक रावण का अंत करने के बाद माता सीता को लेकर निकले श्रीराम, लक्ष्मण और हनुमान का नगर में भव्य स्वागत किया गया। सर्वप्रथम नगर पंचायत के शिविर में अध्यक्ष हेमलता अग्रवाल ने श्रीराम, लक्ष्मण, जानकी और हनुमान जी की आरती कर प्रसाद वितरित किया। इसके बाद चौराहे पर कई लोगों ने आरती उतारी। समाजसेवी दिनेश वाष्णेय उर्फ डैनी और भाजपा नेता राधा रमन अग्रवाल के आवास पर भी सभी स्वरूपों की आरती कर प्रसाद बांटा गया। नगर के मुख्य बाजार में भी दर्जन भर स्थानों पर स्वरूपों की आरती उतारकर प्रसाद का वितरण किया गया।











