हाथरस 16 सितंबर । नगर में एक बड़ा फ्रॉड का मामला सामने आया है। नाश्ते एवं मिठाई की छोटी सी दुकान चलाने वाले एक शातिर ने एचडीएफसी बैंक के चालू खाते से ओवरड्राफ्ट कर 5 करोड रुपए की धोखाधड़ी कर कर ली। हाथरस पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने शातिर दुकानदार को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है। एसओजी टीम और थाना कोतवाली हाथरस पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एचडीएफसी बैंक में ओवरड्राफ्ट की सुविधाओं का दुरुपयोग कर 5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी आकाश पुत्र स्व. ज्वाला प्रसाद निवासी विष्णुपुरी हाथरस गेट को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 5 लाख रुपये नगद बरामद किए हैं, जबकि शेष राशि जो विभिन्न खातों, म्यूचुअल फंड, एफडी और वॉलेट्स में निवेश की गई थी, उसे फ्रीज कराया जा रहा है।
जांच में सामने आया कि आरोपी ने 24 अगस्त 2025 से ओवरड्राफ्ट के नियमों के विपरीत क्रमिक लेनदेन करते हुए अंततः 5 करोड़ रुपये का गबन किया। पकड़े जाने के बाद आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने इस धनराशि से यामाहा बाइक खरीदी, म्यूचुअल फंड में निवेश किया, फेडरल बैंक खाते और बजाज फिन्सर्व में राशि डाली, अपनी मां और दोस्तों के खातों में भी लाखों रुपये ट्रांसफर किए। आरोपी द्वारा ओवरड्राफ्ट के नियमों के खिलाफ दिनांक 24 अगस्त 2025 को 50 लाख का अमाउंट निकाला गया और जिसे वापस नहीं जमा किया गया । बैंक के ऑटोमेटेड सिस्टम से यह जानकारी बैंक मैनेजर और दूसरे कर्मचारियों को हुई, परन्तु संदिग्ध परिस्थितियो में उक्त अकाउंट को ना ही होल्ड किया गया और ना ही फ्रीज किया गया तथा इसकी रिपोर्टिंग 3 दिन बाद ईमेल के माध्यम से दिनांक 27 अगस्त 2025 को एचडीएफसी बैंक के उच्च अधिकारियों को की गई । आरोपी द्वारा अगले 9 ट्रांजैक्शन में 4.5 करोड़ और कुल मिलाकर 5 करोड़ का गबन किया गया । पकड़े गए आरोपी द्वारा यह भी बताया गया कि एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में किया गए ट्रांजैक्शन को बैंक होल्ड या फ्रीज कर सकती है इसलिए आरोपी के ग्रो ट्रेडिंग अकाउंट में एचडीएफसी बैंक से ट्रांजैक्शन किया गया और ग्रो एप्प से पैसे को फेडरल बैंक में भेज दिया गया ताकि उसको ऑनलाइन ट्रेस ना किया जा सके । पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा के निर्देश पर बनी विशेष टीम ने आरोपी को दबोच लिया। फिलहाल पुलिस इस मामले में एचडीएफसी बैंक कर्मचारियों की लापरवाही व संभावित संलिप्तता की भी जांच कर रही है।
आरोपी द्वारा बताया कि मैने 05 करोड रुपये मे से 2,75,000/- की यामाहा MT 15 खरीद ली थी,1.5 करोड MUTUTAL FUND मे लगा दिये थे ,1 करोड स्वंय के फेडरल बैक खाते मे, 50 लाख अपने वॉलेट मे,अपने माँ के खाते मे एक बार 73 लाख जमा कर दिये थे तथा 40 लाख रुपए की बजाज फिन्सर्व मे एफडी कर दी थी तथा 20 लाख रुपये अपने दोस्तो के खाते में डाल दिये है तथा 09 लाख रुपए नगद निकाल लिए थे, जिसमें से पांच लाख रुपये नगद बरामद किये गये है । पुलिस द्वारा अन्य शेष बचे रुपयों के बारे में जानकारी करते हुए खातों में पड़े रुपए को फ्रीज कराया जा रहा है।
एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि उक्त अभियोग में HDFC बैंक से किन परिस्थितियों में बैंक कर्मियो को जानकारी होने के उपरान्त भी खाताधारक का एकाउंट न तो फ्रीज किया गया न ही होल्ड किया गया । जिसके कारण आरोपी आकाश द्वारा साढे चार करोड रुपये अतिरिक्त ट्रांसफर कर लिये गये । बैक कर्मियो की संलिप्तता के सम्बन्ध में पुलिस की टैक्निकल टीम व HDFC बैंक की उच्चाधाकारियों की सहायता से गहनता से विवेचना की जा रही है, शीघ्र साक्ष्य संकलन करते हुये अग्रेत्तर विधिक कार्यवाही की जायेगी ।