हाथरस 13 सितंबर । आज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन जनपद न्यायाधीश, हाथरस, विनय कुमार की अध्यक्षता में दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर जनपद न्यायालय के समस्त न्यायिक अधिकारी, जिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ता, बैंक अधिकारी/कर्मचारी, वादकारीगण, कर्मचारीगण एवं पत्रकार बंधु उपस्थित रहे। इस वर्ष की तृतीय राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 65,496 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें 52 मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों का निस्तारण कर 4,30,42,400 रुपये प्रतिकर के रूप में दिलाए गए, 81 सिविल वाद, 60 पारिवारिक वाद, 468 विद्युत अधिनियम के वाद, 09 धारा 138 एनआई एक्ट के वाद, 30,055 राजस्व वाद, 07 वाद जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग और 7,343 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 8,97,240 रुपये अर्थदण्ड के रूप में वसूली की गई। इसके अतिरिक्त प्रिलिटीगेशन स्तर पर बैंक और विद्युत के कुल 27,418 मामलों का समाधान कर 6,32,72,372 रुपये का समझौता दर्ज किया गया और 20,759 अन्य बैंक मामलों का निस्तारण किया गया।
नपद न्यायाधीश विनय कुमार के न्यायालय से 3 फौजदारी वादों का निस्तारण कर 1,500 रुपये अर्थदण्ड वसूली की गई, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय रविन्द्र कुमार के न्यायालय से 60 पारिवारिक वादों का निस्तारण हुआ, पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण मीनू शर्मा ने 52 मोटर दुर्घटना प्रतिकर वाद निस्तारित किए, अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत राजेश कुमार ने 3 वाद निस्तारित किए और अध्यक्ष जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग राकेश कुमार ने 7 वाद निस्तारित कर 9,07,901 रुपये दिलाए। अन्य न्यायालयों जैसे अपर जनपद न्यायाधीश, सिविल जज, विशेष न्यायाधीश (एस.सी./एस.टी.), पोक्सो अधिनियम कोर्ट, एफटीसी, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, उपजिलाधिकारी, तहसीलदार आदि के माध्यम से सैकड़ों सिविल, फौजदारी, लघु आपराधिक, राजस्व और अन्य वादों का सफल निस्तारण किया गया। इस दौरान कुल मिलाकर मोटर दुर्घटना, बैंक ऋण, विद्युत, पारिवारिक, उपभोक्ता और राजस्व मामलों सहित 65,496 वादों का समाधान किया गया और करोड़ों रुपये का प्रतिकर/समझौता वसूला गया। कार्यक्रम के अंत में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अपर जनपद न्यायाधीश एवं सचिव प्रशांत कुमार ने सभी न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं और उपस्थित महानुभावों का आभार व्यक्त किया।