हाथरस 13 सितंबर । मुख्य विकास अधिकारी पी.एन. दीक्षित ने आज दोपहर 12 बजे जिला क्षय रोग केन्द्र, हाथरस का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कार्यालय में कार्मिकों की उपस्थिति पंजिका की जाँच की गई। इस दौरान उप जिला क्षय रोग अधिकारी श्रीमती रितु गुप्ता के कॉलम में पी.एम. ड्यूटी अंकित था, लेकिन वह मौके पर अनुपस्थित मिलीं। दूरभाष पर संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि वह घर पर हैं और ऑन कॉल पी.एम. ड्यूटी पर हैं। डी.ई.ओ. नीरज सक्सेना भी अनुपस्थित पाए गए। वहीं योगेश कुमार (कार्यालय सहायक) और दीपक सेमुअल (एलडीसी) के कॉलम खाली थे, जिनके बारे में जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि दोनों कर्मचारी सीएमओ कार्यालय में सम्बद्ध हैं। मुख्य विकास अधिकारी ने उपस्थिति पंजिका को व्यवस्थित और अद्यावधिक करने के निर्देश दिए तथा अनुपस्थित कार्मिकों का निरीक्षण दिवस का वेतन रोकने के आदेश दिए। सी.बी. नॉट लैब के निरीक्षण में पाया गया कि मशीन से सैम्पलों की जाँच संख्या अत्यंत न्यून थी और लैब में वॉश बेसिन पर गंदगी पाई गई। इस पर सैम्पल जाँच की संख्या बढ़ाने और साफ-सफाई बनाए रखने के निर्देश दिए गए।
डॉट्स सेंटर के निरीक्षण में टीबी औषधियों और मरीजों के ट्रीटमेंट कार्ड देखे गए। मुख्य विकास अधिकारी ने मरीजों के ट्रीटमेंट कार्ड का विवरण कम्प्यूटर में व्यवस्थित रूप से दर्ज करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि जिला क्षय रोग केन्द्र पर शासन द्वारा 7 दिसम्बर 2024 को उपलब्ध कराया गया एम.एम.यू. वाहन बैटरी खराब होने के कारण अक्रियाशील खड़ा है। सीडीओ ने नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया कि वाहन को शीघ्र ठीक कर प्रचार-प्रसार कार्यों में लगाया जाए। निरीक्षण में जिला क्षय रोग केन्द्र पर गंदगी पाई गई, जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि केन्द्र पर कोई सफाई सेवक तैनात नहीं है और न ही पद स्वीकृत है। इस पर निर्देश दिए गए कि तत्काल किसी अन्य सफाई सेवक को सम्बद्ध कर नियमित सफाई कराई जाए। अंत में सीडीओ ने डायलिसिस यूनिट का निरीक्षण किया और वहाँ उपस्थित पाँच मरीजों से बातचीत की। मरीजों ने बताया कि वे सप्ताह में दो बार डायलिसिस के लिए आते हैं और उन्हें अच्छी सेवाएँ प्राप्त हो रही हैं।