हाथरस 08 सितम्बर । श्री ब्राह्मण संघ शिविर में आज भव्य विप्र शिक्षक सम्मेलन का आयोजन बड़े ही उत्साह और गरिमामयी वातावरण में संपन्न हुआ। इस सम्मेलन का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में ब्राह्मण समाज की भूमिका, शिक्षक-शिष्य संबंध की महत्ता तथा नवीन शिक्षण पद्धतियों पर विचार-विमर्श करना रहा।
कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ. अविन शर्मा द्वारा किया गया, जिन्होंने शिक्षा को जीवन का सशक्त माध्यम बताते हुए कहा कि सच्चा गुरु वही है जो शिष्य में आत्मविश्वास, विचार शक्ति और उत्तर खोजने की क्षमता विकसित करे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री कमल शर्मा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि आज के समय में शिक्षक केवल ज्ञान का संचारक न रहकर समाज के मार्गदर्शक भी हैं। उन्होंने शिक्षा में नैतिक मूल्यों के समावेश की आवश्यकता पर बल दिया। विशिष्ट अतिथि श्रीमती पूनम पांडेय ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक समाज की रीढ़ होते हैं और उनके आदर्श ही विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का निर्माण करते हैं। उन्होंने विशेष रूप से बालिकाओं की शिक्षा और शिक्षकों की प्रेरक भूमिका पर जोर दिया। कार्यक्रम का कुशल संचालन श्री युवा ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष एवं शिक्षक श्री शिवम भारद्वाज द्वारा किया गया।
पूरे कार्यक्रम का सफल संयोजन श्री राहुल पचौरी द्वारा किया गया। उन्होंने सभी अतिथियों, शिक्षकों एवं उपस्थित जनों का आभार व्यक्त किया और कहा कि इस प्रकार के आयोजन समाज में शिक्षा के स्तर को ऊँचा उठाने और नई पीढ़ी को संस्कारवान बनाने में सहायक सिद्ध होंगे। सम्मेलन में बड़ी संख्या में शिक्षकगण, विद्यार्थी और समाज के प्रतिष्ठित सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर से यह संकल्प लिया कि शिक्षा के माध्यम से समाज में ज्ञान, संस्कार और एकता का प्रसार किया जाएगा। कार्यक्रम में शिविर संयोजक शुभम पचौरी, रोहित शर्मा, ऋषभ शर्मा, शिवम शर्मा, आकाश शर्मा व ज्ञानेंद्रदत्त शर्मा प्रधानाचार्य ,धर्मेश शर्मा, सचिन तिवारी, कुलदीप उपाध्याय, निखिल शर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।