हाथरस 07 सितंबर । कल शनिवार को मुख्य विकास अधिकारी प्रदीप नारायण दीक्षित द्वारा मुरसान ब्लॉक के दो टीबी रोगियों को पोषण पोटली (भुना चना, मूंगफली, गुड़, दाल, दलिया, सोयाबीन वरी आदि प्रोटीन युक्त सामग्री) प्रदान कर उन्हें गोद लिया गया। यह कार्यक्रम विकास भवन हाथरस में आयोजित हुआ। मुख्य विकास अधिकारी ने रोगियों से संवाद करते हुए बताया कि अच्छा और संतुलित पोषण लेने से टीबी जैसी बीमारी से जल्दी स्वस्थ हुआ जा सकता है। उन्होंने मुरसान के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. चंद्रवीर सिंह को निर्देशित किया कि इन रोगियों को आगे भी नियमित रूप से पोषण किट उपलब्ध कराई जाए। सीडीओ ने जनमानस से अपील की कि जो भी सक्षम नागरिक हों वे टीबी रोगियों की मदद हेतु पोषण किट दान करें और रोगियों को गोद लेकर “टीबी मुक्त भारत” अभियान में योगदान दें।
इस अवसर पर लोगों को टीबी के लक्षणों की भी जानकारी दी गई, जैसे लगातार 2 सप्ताह तक खांसी रहना, खांसी के साथ बलगम व खून आना, वजन घटना, भूख न लगना, सीने में दर्द व हल्का बुखार रहना, टीबी रोगियों के संपर्क में रहने वाले व्यक्तियों में संक्रमण के लक्षण आदि। सीडीओ ने बताया कि ऐसे लक्षण होने पर तुरंत नजदीकी सरकारी चिकित्सालय में जाकर बलगम की जांच व एक्स-रे कराना चाहिए। यदि जांच में टीबी की पुष्टि होती है तो सरकार की ओर से निःशुल्क दवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। साथ ही, रोगियों को आधार कार्ड व बैंक विवरण उपलब्ध कराने पर निक्षय पोषण योजना के तहत 1000 रुपये प्रतिमाह की आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाती है। इस अवसर पर डॉ. एस.पी. सिंह (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला चिकित्सालय हाथरस), अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला क्षय रोग अधिकारी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी, एआरओ, डीपीएम, अर्बन समन्वयक, डीपीसी, एसडीपीटीसी, डीपीपीएमसी, डीईओ सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।