हाथरस 07 सितंबर । प्रधानमंत्री की विकसित भारत@2047 की संकल्पना को साकार करने और उत्तर प्रदेश को 2047 तक एक विकसित राज्य बनाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा “समर्थ उत्तर प्रदेश – विकसित उत्तर प्रदेश@2047” अभियान का शुभारंभ किया गया है। यह माहव्यापी अभियान 05 सितम्बर से 05 अक्टूबर 2025 तक संचालित होगा। इस अभियान का विजन डॉक्यूमेंट तीन प्रमुख थीम—अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति एवं जीवन शक्ति—पर आधारित है तथा इसमें कृषि, पशुधन संरक्षण, औद्योगिक विकास, आईटी एवं उभरती प्रौद्योगिकी, पर्यटन, नगर एवं ग्राम्य विकास, अवस्थापना, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा एवं सुशासन सहित 12 प्रमुख सेक्टरों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
जिलाधिकारी राहुल पाण्डेय ने जनपद स्तर पर विभिन्न अधिकारियों को नामित करते हुए कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने और सौंपे गए दायित्वों का निष्ठा से निर्वहन करने के निर्देश दिए। अभियान के अंतर्गत जनपद, तहसील व विकास खण्ड स्तर पर क्यूआर कोड युक्त होर्डिंग एवं बैनर लगाए जाएंगे, ताकि नागरिक सीधे फीडबैक देकर योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाने में भागीदारी निभा सकें। इस क्रम में छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, व्यवसायियों, उद्यमियों, किसानों, स्वयंसेवी संगठनों, महिला समूहों, श्रमिक संगठनों और अन्य नागरिक समूहों के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित होंगे। विद्यालयों व महाविद्यालयों में छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को शपथ दिलाई जाएगी, वहीं प्रबुद्धजनों की उपस्थिति में गोष्ठियों का आयोजन कर जनमानस से सुझाव व फीडबैक प्राप्त किया जाएगा।
जनपद हाथरस हेतु मुख्य विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया गया है, जबकि शासन स्तर से नामित प्रबुद्धजनों के साथ जिला स्तरीय अधिकारियों को लाइजन अधिकारी के रूप में तैनात किया गया है। साथ ही, प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों को भी अभियान की निगरानी और मार्गदर्शन हेतु जोड़ा गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि समर्थ उत्तर प्रदेश–विकसित उत्तर प्रदेश@2047 अभियान का मुख्य उद्देश्य विकास के मुद्दों पर जन-जागरूकता बढ़ाना, हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित करना और नागरिकों की प्रतिक्रिया को नीतियों में सम्मिलित करना है।