हाथरस 02 सितंबर । मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हसायन का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान एपीडेमियोलॉजिस्ट डॉ. पवन कुमार, डब्ल्यूएचओ एसएमओ डॉ. प्रीति रावत एवं वीसीसीएम दिनेश सिंह मौजूद रहे। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अंकुश भी निरीक्षण के समय उपस्थित पाए गए। निरीक्षण में आरआई कार्यक्रम, आयुष्मान कार्ड, क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम आदि की समीक्षा बैठक की गई। जानकारी के अनुसार हसायन ब्लॉक में फिलहाल 203 मरीज टीबी से ग्रसित हैं और प्रतिदिन 6 मरीजों की टीबी जांच की जा रही है। अब तक 13,692 निक्षय आईडी बनाई जा चुकी हैं, जबकि लक्ष्य 47,500 का था। सीएमओ ने निर्देश दिया कि टीबी जांच की संख्या बढ़ाकर 10 प्रतिदिन की जाए और निक्षय आईडी शत-प्रतिशत बनाना सुनिश्चित किया जाए। आयुष्मान भारत योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लिए 3,600 कार्ड बनाने का लक्ष्य था, जबकि अब तक 5,200 आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं।
स्टाफ नर्स दीपा ने बताया कि जुलाई 2025 में 139 और अगस्त 2025 में 195 प्रसव कराए गए। इस पर सीएमओ ने डिलीवरी की संख्या और बढ़ाने तथा प्रसव उपरांत सभी गर्भवती महिलाओं को 48 घंटे अस्पताल में भर्ती रखने के निर्देश दिए। नियमित टीकाकरण (RI) की समीक्षा करते हुए सीएमओ ने छूटे हुए गांवों/मजरों और रिक्त उपकेंद्रों को शामिल कर नई कार्ययोजना तैयार करने तथा दो दिन में कार्यालय में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, बुधवार और शनिवार के लिए अलग कार्ययोजना बनाने को भी कहा गया। कोल्ड चैन हैंडलर रविन्द्र को बिना ड्यूलिस्ट के किसी भी एएनएम को वैक्सीन न देने के निर्देश दिए गए। सभी सत्रों की मॉनिटरिंग ब्लॉक चिकित्सकों एवं सुपरवाइजरों से कराने तथा चेकलिस्ट के आधार पर कमियों का निस्तारण करने के भी निर्देश दिए गए। यूविन पोर्टल पर प्रति सत्र कम से कम 20 लाभार्थियों को अपलोड करने और नवजात बच्चों की बाल-आधार (आभा) आईडी बनाने के निर्देश दिए गए। टीडी अभियान के तहत ब्लॉक के सभी स्कूलों को आच्छादित किया जा चुका है। निरीक्षण के दौरान एसएमओ डॉ. प्रीति रावत ने डिलीवरी रूम में जाकर नवजात शिशुओं के टीकाकरण की स्थिति देखी, जिसमें सभी नवजात बच्चों को जन्म के तुरंत बाद हैपेटाइटिस-बी, बीसीजी और ओरल पोलियो की खुराक दी गई थी।