हाथरस 27 अगस्त । ग्राम रमनगला ब्लॉक हाथरस में हुई युवती की मौत के सत्यापन के लिए जिला स्तरीय टीम को जिला मलेरिया अधिकारी व डॉ. पवन कुमार के निर्देशन में भेजा गया। टीम द्वारा प्रस्तुत आख्या में स्पष्ट किया गया है कि मृतका वर्षा पुत्री महावीर सिंह (उम्र 25 वर्ष) बचपन से दौरे (मिर्गी) की बीमारी से पीड़ित थी। जानकारी के अनुसार, 26 अगस्त को वर्षा को दौरे का वेग अधिक आया और उसकी तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे इलाज के लिए बागला संयुक्त जिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे, जहां स्वास्थ्य की गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सक ने उसे रेफर कर दिया। एम्बुलेंस में शिफ्ट करने के दौरान ही उसकी मौत हो गई। रिपोर्ट के अनुसार उसकी मृत्यु का कारण बुखार नहीं था।
इसी तरह 21 अगस्त को समाचार पत्रों में प्रकाशित “बुखार से दो युवतियों की मौत” संबंधी खबर की भी जांच की गई। इसमें नेहा पुत्री पवन कुमार (उम्र 18 वर्ष) की मौत अचानक चक्कर और अत्यधिक पसीना आने के कारण हुई थी। उसे भी बागला अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। वहीं, नीतू नाम की युवती जनपद हाथरस की रहने वाली नहीं थी। जांच रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि इन दोनों मौतों का कारण न तो मलेरिया, न डेंगू और न ही कोई अन्य संक्रामक रोग था।