हाथरस 27 अगस्त । भक्ति, आनंद और उल्लास का अद्भुत संगम तब देखने को मिला जब जायंट्स ग्रुप ऑफ हाथरस सहेली ने नन्दोत्सव के साथ गणेश चतुर्थी और राधा अष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया। यह भव्य आयोजन बुर्ज वाला कुआँ स्थित रेस्टोरेंट, हाथरस में संपन्न हुआ। सभी सदस्याएँ पारंपरिक गोपी वेश और मनोहर परिधानों में सजीं, जिससे वातावरण वृंदावन की छटा से महक उठा। भक्ति गीतों, रास-लीला और रंगारंग प्रस्तुतियों ने संध्या को अविस्मरणीय बना दिया। साथ ही पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए सभी सदस्यों को तुलसी के पौधे भी वितरित किए गए जिसमे अलका वार्ष्णेय जी का पूर्ण सहयोग रहा।अध्यक्ष शालिनी वार्ष्णेय ने कहा कि आज नन्दोत्सव की इस मंगल बेला में, हम सभी मिलकर उस दिव्य बालक को प्रणाम करते हैं, जिसने हमें सिखाया कि प्रेम सबसे बड़ी शक्ति है और धर्म सबसे बड़ा कर्म।जब-जब धरती पर अन्याय और अंधकार बढ़ता है, तब-तब नंदलाल जन्म लेते हैं। बांसुरी की मधुर तान से जग को जगाने और धर्म की नींव को पुनः स्थापित करने को “आइए, इस उत्सव को केवल मनाएँ ही नहीं, बल्कि अपने जीवन में भी कृष्ण के आदर्शों को सजाएँ।” साथ ही सभी को गणेश चतुर्थी और राधा अष्टमी की हार्दिक बधाई । अंत में सभी को नन्द लाल की बधाई और गिफ्ट प्रदान किए गए।
इस अवसर को सफल बनाने में और पूरी सहेली टीम का विशेष सहयोग रहा।