सिकंदराराऊ (हसायन) 26 अगस्त । कस्बा के मोहल्ला कोलियान खुर्द जाटवान वार्ड संख्या एक में कई दिनों से बीमारी से जूझ रही एक निराश्रित गौवंश की स्थानीय राजकीय पशु चिकित्सालय के लापरवाह कर्मियों की उदासीनता और मनमानी कार्यप्रणाली के कारण मौत हो गई। शासन द्वारा निराश्रित गौवंश के खाने-पीने, रहने-सहने तथा स्वास्थ्य के लिए हर माह लाखों रूपए का बजट भेजा जाता है, लेकिन यह धन पानी की तरह व्यर्थ हो रहा है। कस्बा में वनखंडेश्वर महादेव बगीची के मंदिर के पास अस्थाई गौशाला होने के बावजूद भी निराश्रित गौवंश खुले में घूम-फिर कर बीमार हो रहे हैं। अस्थाई गौशाला के बंद होने और कौंडरा मार्ग पर नई कान्हा गौशाला के निर्माण के कारण ये गौवंश धड़ल्ले से इधर-उधर विचरण कर रहे हैं। इसी बीच, सोमवार को एक गौवंश, जो बीमारी से पीड़ित थी, नाले में गिर गई और उपचार के अभाव में दम तोड़ दिया।
राष्ट्रीय हिन्दू साम्राज्य संगठन के संस्थापक अनमोल गुप्ता और वार्ड संख्या तीन की सभासद सुनीता देवी दिवाकर के प्रतिनिधि पुत्र अरुण कुमार ने कई बार राजकीय पशु चिकित्सालय के प्रभारी पशु चिकित्साधिकारी डॉ. पीयूष सिंह को बीमारी से पीड़ित गौवंश का उपचार कराने के लिए सूचित किया था। हालांकि, चिकित्सक डॉ. पीयूष सिंह स्वयं मौके पर नहीं पहुंचे और अप्रशिक्षित युवक को उपचार के लिए भेज दिया गया, जिससे उपचार सही ढंग से नहीं हो पाया।
गौवंश की मौत के बाद आक्रोशित युवाओं ने शव को भूमिगत कराया और मंगलवार को जांच के लिए पहुंची तीन सदस्यीय टीम के समक्ष अपनी नाराजगी जताई। जांच टीम में शामिल तीनों डिप्टी सीवीओ ने इस मामले में उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने मांग की है कि शासन इस प्रकार की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई करे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों और निराश्रित गौवंश को सही देखभाल मिल सके।