हाथरस 26 अगस्त । श्वेतांबर स्थानकवासी जैन मंदिर में जैन समाज का प्रमुख पर्व पर्युषण पर्व श्रद्धा, भक्ति और तपस्या के साथ मनाया गया। इस अवसर पर पानीपत से पधारे स्वाध्याय बंधु संजय जैन, मनोज जैन एवं रामकुमार जैन ने पर्युषण पर्व का महत्व बताते हुए कहा कि “भगवान महावीर के पास केवल अमृत था और उन्होंने जी-भरकर वह अमृत संसार को बांटा। जीत हमेशा अमृत की होती है, न कि ज़हर की।”
उन्होंने यह भी कहा कि चाहे कोई धर्म में आस्था रखे या न रखे, आत्मा और परमात्मा में विश्वास करे या नहीं, लेकिन अपने जीवन की समस्याओं का समाधान अहिंसा के माध्यम से करने का प्रयास करना ही पर्युषण पर्व की सच्ची साधना है। पर्युषण पर्व के आठवें दिन को पौषध दिवस के रूप में मनाया गया, जिसमें सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया कि वे एक दिन के लिए साधु जीवन जीकर स्थानक में ही तपस्या करें। इस दौरान सुबह 6 बजे से अगले दिन सुबह 6 बजे तक अखंड नवकार महामंत्र का जाप किया गया। पर्व के अंतर्गत अनेक प्रकार की तपस्याएं — उपवास, एकासन आदि — महिलाओं, पुरुषों एवं बच्चों द्वारा की जा रही हैं। साथ ही, भगवान महावीर स्वामी के जीवन से जुड़े प्रश्नों के उत्तर देकर लोगों को पुरस्कार भी प्रदान किए गए। इस अवसर पर आगरा रोड स्थित परम पूज्य गुरुदेव श्री 1008 गौड़ीदास जी महाराज के स्मृति स्थल के जीर्णोद्धार हेतु समाज के लोगों द्वारा सहयोग राशि भी दी गई।
कार्यक्रम में श्री जैन नवयुवक सभा के अध्यक्ष उमाशंकर जैन, पार्श्वनाथ हलवाई खाने के प्रबंधक राकेश जैन, स्थानक प्रबंधन मंत्री सुरेश चंद्र जैन, अध्यक्ष मनोज जैन, संजीव जैन, भूरा कमलेश जैन, रतन जैन, विजय जैन लोहिया, अरुण जैन, अतुल कुमार जैन एडवोकेट, मनु जैन, प्रताप जैन, मयंक जैन लोहिया, सलिल जैन, संजीव जैन, संजय जैन, अजय जैन, अनिल जैन, रवि जैन, सचिन जैन, हर्ष जैन आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरुष और बच्चे भी श्रद्धा सहित उपस्थित रहे।