
सिकंदराराऊ (हसायन) 22 अगस्त । विकासखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत बसई बाबस में एक दिव्यांग दलित क्षेत्र पंचायत सदस्य संजय जाटव अपनी छह सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले पांच दिनों से घर पर ही अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। उनकी मुख्य मांग गांव की चकबंदी प्रक्रिया को निरस्त कराने और क्षेत्र में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच व कार्रवाई की है। संजय जाटव ने बताया कि वह अपनी बेटी साक्षी जाटव और गर्भवती पत्नी शीतल जाटव के साथ धरने पर बैठे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को शिकायत भेजी है और सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि 20 अगस्त की रात पुलिस बल उनके घर पहुंचा और धरना समाप्त करने का दबाव बनाया। इस दौरान उनकी पुलिस से नोंकझोंक भी हुई। जाटव का कहना है कि पुलिस ने उन्हें थाने या जेल ले जाने की धमकी दी, जिसकी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद है। उन्होंने आशंका जताई कि उन्हें और उनके परिवार को किसी झूठे मुकदमे में फंसाया जा सकता है, इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सुरक्षा, गनर और घर पर नि:शुल्क पुलिस तैनाती की मांग की है। धरने को क्षेत्र के लोगों के साथ-साथ विभिन्न राजनीतिक दलों का भी समर्थन मिल रहा है। वहीं, खंड विकास अधिकारी अनुज मिश्रा व एडीओ पंचायत प्रेमकिशोर यादव गुरुवार को धरना स्थल पहुंचे और संजय जाटव को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने साफ कहा कि जब तक ब्लॉक के लेखाकार को नहीं हटाया जाता और भ्रष्टाचार की जांच नहीं होती, तब तक वह धरना समाप्त नहीं करेंगे।