सिकंदराराऊ (हसायन) 16 अगस्त । कोतवाली क्षेत्र की ग्राम पंचायत जरेरा अंतर्गत ग्राम पंचायत शंकरपुर स्थित गौ आश्रय स्थल बदहाली का शिकार होकर गौवंशों की मृत स्थली बन गया है। गौशाला में चारों ओर मृत एवं बीमार गौवंश पड़े होने से भयावह स्थिति बनी हुई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि गौशालाओं में गायों के रखरखाव और चारे-पानी में किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर उसके लिए संबंधित उच्च अधिकारी जिम्मेदार होंगे। लेकिन इन निर्देशों के बावजूद जमीनी स्तर पर स्थिति बिल्कुल उलट दिख रही है।
अंतरराष्ट्रीय गौ सेवा ने लगाए गंभीर आरोप
15 अगस्त की सुबह संदीप उपाध्याय, अंतरराष्ट्रीय गौ सेवा के जिला अध्यक्ष ने शंकरपुर गौशाला का निरीक्षण कर चौंकाने वाले हालात उजागर किए। उन्होंने बताया कि गौशाला में आधा दर्जन से अधिक गाय मृत पड़ी मिलीं, वहीं कई गायें ऐसी थीं जिनमें कीड़े पड़ चुके थे। उन्होंने आरोप लगाया कि ब्लॉक हसायन के अधिकारी, ग्राम पंचायत सचिव और प्रधान भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और गौशाला के रखरखाव के लिए मिलने वाले पैसों का बंदरबांट कर रहे हैं।
गौशाला की बदहाल स्थिति की सूचना मिलते ही उप जिलाधिकारी सिकन्द्राराऊ तत्काल मौके पर पहुंचे। उन्होंने गंभीरता से निरीक्षण कर सेक्रेटरी और प्रधान को कड़े निर्देश दिए तथा कहा कि यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसी बीच गौशाला की दयनीय स्थिति पर कवरेज कर रहे चैनल के क्षेत्रीय पत्रकार गौरव पचौरी को पीछे से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी, जिससे वह बाइक से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्होंने तत्काल थाना प्रभारी हसायन और एसडीएम सिकन्द्राराऊ को फोन पर सूचना दी। चौंकाने वाली बात यह रही कि चौकी प्रभारी जरेरा ने घटना की तहरीर लेने से साफ इनकार कर दिया और मामले को आपसी विवाद बताकर कार्रवाई से पल्ला झाड़ लिया। गौशाला में गौवंशों की मौत और पत्रकार पर हुए हमले को लेकर क्षेत्र में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण न सिर्फ गौवंश मर रहे हैं बल्कि सच्चाई उजागर करने वाले पत्रकारों तक को टारगेट किया जा रहा है।