हाथरस 15 अगस्त । 79 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जिलाधिकारी राहुल पाण्डेय ने कलेक्ट्रेट परिसर में ध्वजारोहण कर सलामी दी और राष्ट्रगान के पश्चात “संकल्प हम भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथ निरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिये तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतन्त्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त करने के लिये तथा सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करने वाली बन्धुता बढ़ाने के लिये आज 15 अगस्त 2025 को संकल्प लेते हैं’’ की शपथ दिलाई।
जिलाधिकारी ने देश को आजादी हासिल कराने में अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले महापुरूषों/अमर शहीदों/स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी और उपस्थित शहीदो के परिवारीजनों को श्रद्धार्पूवक नमन किया। आजादी की 78 वीं वर्षगांठ पर उपस्थित समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों एवं जनपद वासियों को हार्दिक शुभकामनाऐं दी, और कहा कि जीवन में सीखे हुए मूल्य सदैव शाश्वत रहते हैं। हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि हम न केवल अपने स्वयं के आचरण में, बल्कि अपने परिवार में भी इन मूल्यों का पालन कर सकें। बचपन से हमें सिखाया गया है कि सत्य बोलना चाहिए, अपने कार्यों में जवाबदेही होनी चाहिए, और हर कार्य में पारदर्शिता होनी चाहिए। हमें ऐसा कार्य करना चाहिए कि हम स्वयं से नज़रें मिला सकें। उन्होंने कहा कि जब हम स्वतंत्र भारत को भविष्य में एक विकसित भारत के रूप में देखते हैं, तो इसके लिए आवश्यक है कि हम सभी मानवीय मूल्यों का स्वयं पालन करें और अपने परिवार में भी उनका अनुपालन सुनिश्चित करें। जब व्यक्ति स्वयं को संवारता है, तो उसका परिवार मजबूत होता है; और जब परिवार मजबूत होता है, तो मजबूत राष्ट्र का निर्माण होता है। किसी भी राष्ट्र की आत्मा उसके नागरिक होते हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि वर्ष 2047 के विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम आने वाली पीढ़ियों को ऐसे मूल्य दें, जिन पर वे गर्व कर सकें। जब वे वर्ष 2047 में पीछे मुड़कर देखें, तो उन्हें महसूस हो कि बीते सौ वर्षों में हमने देश को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है। उन्होंने कहा कि सपने देखना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि बिना सपनों के कोई भी लक्ष्य प्राप्त नहीं होता। हमारा राष्ट्र तभी महान बनेगा जब हम बड़े सपने देखेंगे और उन्हें पूरा करने के लिए सतत प्रयास करेंगे। जिस प्रकार हम अपना जन्मदिन मनाकर अपने जीवन का स्मरण करते हैं, उसी प्रकार स्वतंत्रता दिवस हमारे राष्ट्र के जन्म का प्रतीक है। यद्यपि भारत एक सनातन सभ्यता है, जिसकी जड़ें हजारों वर्षों पुरानी हैं, फिर भी यह दिवस हमें नए संकल्प लेने का अवसर देता है।
जिलाधिकारी ने उपस्थित सभी से कहा कि प्रतिदिन कुछ समय स्वयं के लिए निकालें और यह आत्ममंथन करें कि दिनभर में हमने क्या ऐसा किया, जिससे स्वयं, परिवार और राष्ट्र के निर्माण में सकारात्मक योगदान हुआ। यदि उत्तर ‘हाँ’ है, तो वह दिन सफल रहा; और यदि ‘न’ है, तो अगले दिन प्रयास करें कि उत्तर ‘हाँ’ बन सके। अंत में उन्होंने डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के शब्द उद्धृत किए “सपने वो नहीं होते जो हम सोते समय देखते हैं, सपने वो होते हैं जो हमें सोने नहीं देते” तथा स्वामी विवेकानंद के संदेश को दोहराया “उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।” इन भावों को अपने जीवन में उतारें और हर दिन जीते हुए अपने देश और आने वाली पीढ़ियों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करें। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने उपस्थित सभी लोगों एवं जनपदवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं।
स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर जिलाधिकारी ने शहीद सिपाही गजपाल सिंह, 17 जाट रेजीमेन्ट पत्नी श्रीमती सुनीता देवी, शहीद सिपाही हम्वीर सिंह, 5 जाट रेजीमेन्ट की पत्नी श्रीमती नरसे देवी, शहीद सिपाही सत्यवीर सिंह, 17 जाट रेजीमेन्ट के भाई धर्मवीर सिंह, शहीद राफलमैन सुलेमान, 9 आर0आर0 बटालियन की पत्नी श्रीमती समीना बेगम, शहीद राफलमैन केदार सिंह, 43 आर0आर0 बटालियन की पत्नी श्रीमती रेणू देवी, ग्रेनेडियर संदीप सिंह, 3 ग्रेनेडियर रेजीमेन्ट की पत्नी श्रीमती सीमा रानी, शहीद सिपाही मुनेन्द्र सिंह ठैनुआ, 16 जाट रेजीमेन्ट के पिता श्री राजेन्द्र सिंह ठेनुआ, शहीद नायब सूबेदार हरवीर सिंह, सेना मेडल 23 पैरा रेजीमेन्ट की पत्नी श्रीमती पवन देवी, शहीद नायक सूरजपाल, 252 पैरा रेजीमेन्ट की पत्नी श्रीमती ज्योति शर्मा तथा शहीद सिपाही सुभाष कुमार, 7 जाट रेजीमेन्ट की पत्नी श्रीमती कान्ति को शॉल उड़ाकर एवं पुष्पमाला पहनाने के साथ ही उपहार देकर सम्मानित किया। राजकीय बालिका विद्यालय की छात्राओं द्वारा देश भक्ति गीत एवं संगीत प्रस्तुति पर जिलाधिकारी ने पुरस्कार एवं उपहार देकर सम्मानित किया। साथ ही धर्मगुरूओं को शॉल ओढ़ाकर एवं उपहार देकर सम्मानित किया।
अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 डा0 बसंत अगवाल ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के इस पावन अवसर पर मैं आप सभी को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूँ। साथ ही, मैं उन महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और शहीदों को कोटि-कोटि नमन करता हूँ, जिनके बलिदान और संघर्ष के कारण हमें आज़ादी का अमूल्य वरदान प्राप्त हुआ। हमारा देश सैकड़ों वर्षों तक विभिन्न शासन व्यवस्थाओं के अधीन रहा। अंतिम समय में ब्रिटिश शासन के अंतर्गत भी हमने धैर्य और सहनशीलता का परिचय दिया, और राजनीतिक, सामाजिक तथा आर्थिक न्याय की मांग उठाई। यह समझते हुए कि ये तीनों स्वतंत्रताएँ राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक एक-दूसरे से गहराई से जुड़ी हैं, हमारे पूर्वजों ने पूर्ण स्वतंत्रता का लक्ष्य अपनाया। 15 अगस्त 1947 को मिली राजनीतिक स्वतंत्रता का उद्देश्य केवल शासन परिवर्तन नहीं था, बल्कि एक ऐसी व्यवस्था स्थापित करना था जो समानता, अवसर और न्याय सभी नागरिकों को प्रदान करे। संविधान सभा ने हमें जो संविधान प्रदान किया, वह इसी उद्देश्य का मार्गदर्शक है कि हम सामाजिक और आर्थिक स्वतंत्रता की ओर भी निरंतर आगे बढ़ें। आज़ादी के बाद से हमारे देश ने अनेक क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। विशेषकर पिछले एक दशक में सामाजिक बदलाव और विकास की गति तेज हुई है। विकसित भारत का सपना तभी साकार होगा जब हम सब मिलकर, बिना किसी जाति, धर्म, भाषा या क्षेत्र के भेदभाव के, राष्ट्रहित को सर्वाेपरि रखेंगे। आज का यह अवसर हम सबके लिए आत्मचिंतन का भी है। जहाँ हम अपनी कमियों को स्वीकार करें, उन्हें दूर करने का प्रयास करें, और अपने कर्तव्यों का निर्वहन उसी निष्ठा और समर्पण से करें, जैसा हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने किया था। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर हाथ से हाथ जोड़कर, शक्ति से शक्ति मिलाकर, एक ऐसे भारत के निर्माण में योगदान दें जहाँ प्रत्येक नागरिक को उच्च जीवन स्तर, समान अवसर और न्याय प्राप्त हो।
अपर जिलाधिकारी न्यायिक प्रकाश चन्द्र ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के इस पावन अवसर पर मैं आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ और उन अमर शहीदों तथा स्वतंत्रता सेनानियों को कोटि-कोटि नमन करता हूँ, जिनके त्याग और बलिदान से हमें यह आज़ादी मिली। 15 अगस्त 1947 को मिली राजनीतिक स्वतंत्रता केवल शासन परिवर्तन नहीं थी, बल्कि एक ऐसे भारत के निर्माण का संकल्प था जहाँ प्रत्येक नागरिक को समान अवसर, सम्मान और न्याय मिले। हमारे संविधान ने हमें इस दिशा में आगे बढ़ने का मार्ग दिखाया। आज हमारा देश अनेक क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है। परन्तु यह विकास तभी सार्थक होगा, जब हम जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के भेदभाव से ऊपर उठकर राष्ट्रहित को सर्वाेपरि रखें। हम यह संकल्प लें कि हम अपने कर्तव्यों का निर्वहन निष्ठा और ईमानदारी से करेंगे और एक विकसित, सशक्त और समृद्ध भारत के निर्माण में योगदान देंगे।
प्रभारी अधिकारी कलेक्ट्रेट मनीष चौधरी तथा प्रज्ञा यादव ने कहा कि हम अपने बच्चों को एक बेहतर जीवन दे सकते हैं, उन्हें सपने दिखा सकते हैं और यह कह सकते हैं कि हाँ, तुम यह बन सकते हो। यह संभव इसलिए है क्योंकि हम एक स्वतंत्र देश में सांस ले रहे हैं, जहाँ हमारे सर्वांगीण विकास का अवसर सबको प्राप्त है। हम अपने मानव क्षमता के सर्वाेच्च स्तर तक पहुँच सकते हैं। हमारे पास एक सामाजिक सुरक्षा तंत्र है, जो एक मजबूत सहारे की तरह हमें हमेशा सुरक्षा प्रदान करता है। हम चाहे जो भी सोचें, उसे पूरा करने का अवसर हमारे पास है। यह हमारे लिए बहुत उम्मीद लेकर आता है, और यह हमारी जिम्मेदारी है कि उस उम्मीद को कभी टूटने न दें। हमें अपने सामर्थ्य के अनुसार सही मार्गदर्शन देना चाहिए, समस्याओं का समाधान करना चाहिए। यही आज़ादी का सही मार्ग और सही अर्थ है।
इस मौके पर जिला सूचना विज्ञान अधिकारी आलोक माहेश्वरी, वरिष्ठ कोषाधिकारी आशुतोष कुमार, जिला पूर्ति अधिकारी ध्रुवराज यादव, जिला शासकीय अधिवक्ता, हिन्दू धर्म गुरु गणेश जी, सिक्ख गुरु ज्ञान सिंह, भावना बहन, पूर्व बार कलेक्ट एसोसिएशन अध्यक्ष/अधिवक्ता प्रेम सिंह यादव, स्टेनो जिलाधिकारी शीलेंद्र कुमार, कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ अध्यक्ष राजकुमार ब्यास, अधिवक्ता एवं अन्य अधिकारियों/कर्मचारियों आदि ने आजादी दिलाने वाले महान पुरूषों के व्यक्तित्व-कृतित्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन न्याय सहायक लिपिक सचेन्द्र उपाध्याय द्वारा किया गया।
स्वतंत्रता दिवस पर शहर के विभिन्न चौराहों पर अधिकारियों तथा गणमान्य नागरिकों ने राष्ट्रीय तिरंगा फहराया। इस मौकेे पर कृतज्ञ जनपद वासियों ने देश के अमर शहीदों को श्रद्धा-सुमन अर्पित किये। राष्ट्रीय पर्व पर सरकारी भवनों, सार्वजनिक स्थलों, घरों-दुकानों सहित और व्यापारिक संस्थानों पर रात्रि में रंगबिरंगी विद्युत झालरों, फूलों तथा सजावटी सामग्री से आकर्षक सजावट की गई।
कार्यक्रम के दौरान कलेक्ट्रेट प्रांगण पर जिला आबकारी अधिकारी, नाजिर सदर सुनील गौतम, प्रताप चौधरी, विनोद महामना, शशिकांत गौतम, संजीव राजपूत, नन्द किशोर, आशीष कुमार, स्टेनो जिलाधिकारी सुरेन्द्र कुमार, मनोज उपाध्याय, प्रशांत शर्मा, अजय कुमार गुप्ता, धर्मेंद्र कुमार, विक्रम तोमर, रत्नेश कुमार, अश्वनी कुमार तथा अन्य अधिकारी/कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।