Hamara Hathras

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हाथरस 15 अगस्त । नगर पालिका में अध्यक्ष श्वेता चौधरी एवं पूर्व सांसद राजेश दिवाकर के नेतृत्व में 79वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ. जितेंद्र स्वरुप शर्मा ‘फौजी’ ने तिरंगे झंडे के इतिहास और महत्व पर विस्तृत विचार व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि सर्वप्रथम तिरंगा झंडा 30 दिसंबर 1943 को आज़ाद हिंद फौज के नेता नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा अंडमान-निकोबार में फहराया गया था। उस समय अंडमान का नाम “शहीद द्वीप” और निकोबार का नाम “स्वराज द्वीप” रखा गया। भारत सरकार ने 15 अगस्त 1947 को तिरंगे को राष्ट्रीय ध्वज के रूप में मान्यता दी। प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उसी दिन नई दिल्ली के प्रिंस पार्क में ध्वजारोहण किया, जबकि लाल किले पर पहली बार 16 अगस्त को तिरंगा लहराया गया क्योंकि 15 अगस्त तक वह ब्रिटिश कब्जे में था। डॉ. शर्मा ने ध्वजारोहण और ध्वजबंधन के बीच का अंतर भी स्पष्ट किया और बताया कि 15 अगस्त को झंडा नीचे से ऊपर खींचकर खोला जाता है, जबकि 26 जनवरी को झंडा ऊपर बंधा होता है और खींचकर खोला जाता है। उन्होंने ऐतिहासिक तथ्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि पंडित नेहरू ने 17 बार ध्वजारोहण और 2 बार ध्वजबंधन किया, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 बार ध्वजारोहण कर चुके हैं। अपने संबोधन की शुरुआत और अंत में डॉ. शर्मा ने तीन बार “जय हिंद” का उद्घोष किया और नगर पालिका अध्यक्ष, संचालनकर्ता गोपाल चतुर्वेदी सहित सभी उपस्थितजनों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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