हाथरस 14 अगस्त । आवास विकास परिषद ने न्यू हाथरस के लिए 200 हेक्टेयर भूमि चिह्नित की है, जिसमें नगर पालिका परिक्षेत्र की जमीन को शामिल नहीं किया जाएगा। परिषद ने इस संबंध में नगर पालिका परिषद हाथरस से रिपोर्ट मांगी है, ताकि पता लगाया जा सके कि चयनित क्षेत्र में पालिका की कितनी जमीन आ रही है। यह परियोजना आगरा-अलीगढ़ बाईपास से मथुरा-बरेली राष्ट्रीय राजमार्ग को जोड़ते हुए विकसित की जाएगी। पहले यह योजना 100 हेक्टेयर में प्रस्तावित थी, लेकिन लखनऊ और आगरा की टीमों के सर्वे के बाद क्षेत्रफल बढ़ाकर 200 हेक्टेयर कर दिया गया। नगर पालिका परिसीमन के बाद मथुरा रोड के कई गांव पालिका सीमा में आ चुके हैं, जिससे वहां का सर्किल रेट काफी बढ़ गया है। इसी कारण आवास विकास परिषद नगर पालिका क्षेत्र की जमीन छोड़कर नए हाथरस का विकास करना चाहती है। सहायक अभियंता गजेन्द्र पाल सिंह के अनुसार, नगर पालिका की रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
जमीन कारोबारियों को झटका
न्यू हाथरस परियोजना की सुगबुगाहट से ही इलाके में जमीन की खरीद-फरोख्त तेज हो गई थी। अब नगर पालिका क्षेत्र को बाहर रखने के निर्णय से कई जमीन कारोबारियों की योजनाओं पर असर पड़ सकता है।