सिकंदराराऊ (हसायन) 04 अगस्त । कोतवाली क्षेत्र में बीते सात माह के भीतर चोरी की छोटी-बड़ी दर्जनों वारदातें हो चुकी हैं, लेकिन स्थानीय पुलिस अब तक अधिकांश घटनाओं का अनावरण नहीं कर सकी है। हर माह हो रही चोरी की वारदातों के बावजूद पुलिस की निष्क्रियता और लापरवाह जांच व्यवस्था से जनता में गहरा असंतोष और असुरक्षा का माहौल व्याप्त है।
क्षेत्र में हुई घटनाओं की जानकारी
- 17 जनवरी : गांव पिछौंती में एक रात में 6 घरों में चोरी, लेकिन आज तक कोई गिरफ्तारी नहीं।
- 22 जनवरी : सभासद अंकुर शर्मा की बाइक चोरी, CCTV फुटेज देने के बावजूद पुलिस ने एक माह बाद रिपोर्ट दर्ज की और अब तक कोई बरामदगी नहीं।
- 26 जनवरी : ढडौली गांव से 2 पशु चोरी, मुठभेड़ दिखाई गई, लेकिन पशु अब तक बरामद नहीं। पीड़ित को कोई लाभ नहीं मिला।
- 27 जनवरी : रामनगरिया में दो घरों के ताले टूटे, लाखों रुपये के जेवर और नकदी चोरी।
- 30 जनवरी : भरतपुर गांव के मिनी स्टेडियम से बैटरी चोरी।
- 3 फरवरी : बीमा एजेंट से ₹1.30 लाख की लूट, आंशिक रकम बरामद कर एक युवक को पकड़ा गया।
- 18 फरवरी : नगरिया पट्टी देवरी में घर में चोरी के बाद पीड़ित ही बयान बदल गया।
- 21 फरवरी : अब्दुलहईपुर मार्ग के कूड़ा निस्तारण केंद्र से साजो-सामान चोरी।
- 22 फरवरी : 23 बिजली खंभों की लाइन और तार चोरी, दो किलोमीटर क्षेत्र को नुकसान।
- 11 मार्च : गांव सिहोरी से 4 भेड़ें और 1 बकरा चोरी, कोई सुराग नहीं।
- 28 जून : हनुमान मंदिर से अष्टधातु की मूर्ति चोरी, अब तक कोई सफलता नहीं।
- 22 जुलाई : गांव रजापुर से भैंस चोरी।
- 27 जुलाई : गांव महेवा में नकबजनी, लाखों रुपये के जेवर और नकदी चोरी।
- 29 जुलाई : देवरी से कृषि उपकरण चोरी, अगली सुबह बरामद लेकिन चोर गायब।
- 29 जुलाई : नगला रति में निर्माणाधीन मकान से सरिया चोरी।
- 1 अगस्त : गौशाला क्षेत्र में बोरिंग स्थल से बैटरी व 60 लीटर डीजल चोरी।
पुलिस की नाकामी बनी चिंता का विषय
लगातार सामने आ रही चोरी की घटनाओं के बावजूद स्थानीय कोतवाली पुलिस द्वारा न तो कोई ठोस कार्रवाई की जा सकी है और न ही किसी बड़े चोरी गिरोह का खुलासा हुआ है। इससे आमजन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। कई मामलों में CCTV फुटेज मिलने के बावजूद पुलिस खाली हाथ है। वहीं कुछ मामलों में मुठभेड़ की कहानियां तो सामने आईं, लेकिन मूल आरोपी या चोरी गया सामान आज तक नहीं मिला।