Hamara Hathras

Latest News

हाथरस 27 जुलाई । सावन कृपाल रूहानी मिशन के बैनर तले हाथरस जनपद की तीनों शाखाओं—कृपाल आश्रम गौशाला मार्ग हाथरस, कृपाल आश्रम पिछोंती एवं राजिंदर आश्रम वीर नगर सासनी—पर हजूर बाबा सावन सिंह जी महाराज का 167वां प्रकाश उत्सव एवं आध्यात्मिक सतगुरु दिवस बड़े ही श्रद्धा, उत्साह और रूहानियत से मनाया गया। ढोल-बाजों की गूंज और भक्तों के उमंग से भरे मन के साथ समस्त कार्यक्रम अत्यंत भव्य और भावनात्मक रूप से समृद्ध रहा। कृपाल आश्रम पर आयोजित 22वें आध्यात्मिक सत्संग के तीसरे दिन सत्संग कर्ता श्री प्रेम सिंह जी ने पूर्ण संतों की वाणी के माध्यम से सत्संग से जुड़ने का सन्देश दिया। उन्होंने श्रद्धालुओं को आत्मज्ञान, साधना और जीवन में आध्यात्मिक मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। इस शुभ अवसर पर दिल्ली से पधारीं श्रीमती ओमवती जी ने अपनी भावनात्मक प्रस्तुति सतगुरु आये, मेरा मन गाये, चन चढ़िया बीच जहाँन जी। आज खुशियां मनाओ रल मिल के।।” और “रूह मेरी झूले री, गुरु मेरे झुलावनहार।।” जैसी रूहानी वाणियों के माध्यम से श्रद्धालुओं के मन में भक्ति भाव का संचार किया। इसी क्रम में दनकौर से आए खेम चंद सोलंकी ने अपनी प्रस्तुति “लाया तेरा प्यार गुरु मुझे यहाँ खींचकर, प्रेम बेल बोई मैंने आँसुओं से सींचकर।।” के माध्यम से सत्संग हाल को अध्यात्म और प्रेम से भर दिया। कार्यक्रम में बाल सत्संग के बच्चों ने इनर्जी ऐप और रूहानी ग़ज़ल पर अपनी प्रस्तुतियां दीं, जिन्हें दर्शकों ने खूब सराहा। वहीं वीरेंद्र अग्रवाल उर्फ मुन्ना की टीम द्वारा प्रस्तुत ग़ज़लें, शायरी और नज़्मों ने भी संगत का मन मोह लिया। शाम के समय रोहतक से पधारी प्रवीन दहिया जी की टीम ने जब आध्यात्मिक कव्वालियों और ग़ज़लों की प्रस्तुति दी, तो समूचा वातावरण भक्तिमय हो गया। संगत ने श्रद्धा और भाव-विभोर होकर समस्त प्रस्तुतियों का श्रवण किया। सत्संग के उपरांत सैकड़ों श्रद्धालुओं को लंगर प्रसाद वितरित किया गया। पूरी व्यवस्था में सेवकों और संगत का सहयोग सराहनीय रहा। इस अवसर पर सभी शाखाओं पर पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से वृक्षारोपण भी किया गया, जिससे न सिर्फ एक अध्यात्मिक संदेश दिया गया बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारी का भाव भी प्रदर्शित हुआ। यह आयोजन अध्यात्म, सेवा और एकता का अनूठा संगम बनकर उभरा, जिसे श्रद्धालु लंबे समय तक स्मरण करते रहेंग |

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Posts

You cannot copy content of this page