हाथरस, 27 जुलाई 2025। “न्याय मम धर्मः” अंतिम व्यक्ति तक न्याय पहुँचाना ही संगठन का मूल उद्देश्य है। संगठन में व्यक्तिगत अपेक्षाएं नहीं समर्पण भाव की आवश्यकता है। ये विचार आज अधिवक्ता परिषद बृज क्षेत्र की संगठनात्मक आयाम बैठक में राष्ट्रीय संगठन मंत्री हरि बौरिकर ने व्यक्त किए। बैठक का आयोजन अलीगढ़ रोड स्थित राधे गार्डन में किया गया। उन्होंने बताया कि संगठन विस्तार के पाँच प्रमुख चरण होते हैं, जिनमें दायित्व, प्रवाह, संपर्क और विचार से संबंधित संगठनों के साथ समन्वय शामिल है। संगठन से जुड़ने वाले हर कार्यकर्ता को आत्म समर्पण और सेवा भाव के साथ कार्य करना चाहिए। इस अवसर पर राष्ट्रीय मंत्री चरण सिंह त्यागी ने कहा संगठन कोई मंच नहीं जहां से अपेक्षा की जाए, बल्कि यह एक तपशाला है जहां कार्यकर्ता सेवा, त्याग और समर्पण से राष्ट्र और समाज के हित में कार्य करता है।
संगठनात्मक बैठक दो सत्रों में संपन्न हुई। कार्यक्रम में प्रदेश आयाम अध्यक्ष विरीथ, प्रदेश उपाध्यक्ष सुभाष गुप्ता, प्रदेश मंत्री चंद्रमोहन, शंकर सैनी और उमाशंकर शर्मा सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी मंचासीन रहे। बैठक के दौरान राष्ट्रीय संगठन मंत्री हरि बौरिकर और राष्ट्रीय मंत्री चरण सिंह त्यागी को गदा और भगवान श्रीरामचंद्र जी की पीतल निर्मित प्रतिमा भेंट कर भव्य रूप से सम्मानित किया गया। बैठक के दौरान जिला अध्यक्ष प्रेमदत्त गौतम, महामंत्री देवकांत कौशिक, अलीगढ़ जिलाध्यक्ष बृजेश कुमार रौतेला, पूर्व डीसीसी सिविल प्रमोद शर्मा के आलावा मुन्ना सिंह पुढ़ीर, ऋषभ कुमार, केके कुलश्रेष्ठ, रवि शर्मा, सुधीर चौधरी, मोतीराम गोला, सुरेश चौहान, योगांश पाराशर, गिरीश कुमार शर्मा, संजय दीक्षित, विश्वास बहादुर, त्रिलोकी, गोविंद, कुमार भारत, टर्मेश, कमलकांत, दिनेश शर्मा आदि लोग मौजूद रहे । कार्यक्रम में प्रदेश की 22 इकाइयों से अधिवक्ता प्रतिनिधियों ने सहभागिता की, जिससे बैठक को एक राज्यव्यापी संगठनात्मक मजबूती का रूप मिला।