हाथरस 26 जुलाई । कांग्रेसियों और साहित्यकारों के द्वारा कारगिल विजय दिवस के अवसर पर एक भावपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन शहीद स्मृति स्थल आगरा रोड पर किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय सेना के उन जांबाज़ शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करना था जिन्होंने 1999 में कारगिल युद्ध में भारत की अस्मिता की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। कार्यक्रम का शुभारंभ कांग्रेस सिपाही चंद्रगुप्त विक्रमादित्य द्वारा शहीद भगत सिंह सुखदेव राजगुरु की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं उपस्थित कांग्रेस जन व साहित्यकार जनों ने पुष्पांजलि अर्पित कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके पश्चात कांग्रेसियों ने अपने उद्बोधन एवं साहित्यकारों ने काव्यपाठ, वीर रस की कविताएं और देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए गए, जिससे उपस्थित श्रोताओं की आँखें नम हो उठीं।
चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने कहा कि “कारगिल विजय दिवस केवल एक दिन नहीं, बल्कि यह हमें हर क्षण यह याद दिलाता है कि हम अपने वीर सैनिकों के ऋणी हैं। उनकी वीरता, साहस और बलिदान को शब्दों में बाँधना असंभव है। साहित्य के माध्यम से हम उनके बलिदान को जन-जन तक पहुँचाने का प्रयास करते हैं।” इस अवसर पर बीना गुप्ता एडवोकेट, आमना बेगम, पंडित अविनाश चन्द्र पचौरी, जयशंकर पाराशर, हरिशंकर वर्मा, नारायण प्रसाद पिप्पल, ओम प्रकाश शर्मा चाचा हाथरसी, रोशन लाल वर्मा, पन्नालाल, नवल नरूला, संतोष उपाध्याय, कपिल नरूला, हबीब खान, पियूष अग्निहोत्री आदि मौजूद थे। अंत में दो मिनट का मौन रखकर अमर शहीदों को नमन किया गया और यह संकल्प लिया गया कि साहित्य और संस्कृति के माध्यम से देशप्रेम की भावना को सतत जीवित रखा जाएगा।