सिकंदराराऊ (हसायन) 22 जुलाई । श्रावण मास के कृष्ण पक्ष के मंगलवार को शाम चार बजे अचानक मौसम ने करवट ली और आसमान में काले घने बादल छा गए। कुछ ही देर में बिना किसी गर्जना के तेज मूसलाधार बारिश शुरू हो गई, जिससे क्षेत्रवासियों को बीते कई दिनों से पड़ रही अत्यधिक उमस भरी गर्मी से बड़ी राहत मिली। हालांकि, यह राहत किसानों के लिए चिंता का कारण बन गई।
किसानों को हुआ नुकसान
बारिश के चलते खेतों में खड़ी मूंग और मक्का की फसल को नुकसान की आशंका जताई जा रही है। वहीं, सड़क और मकानों की छतों पर सूख रही मक्का की फसल को बारिश से बचाने के लिए किसान तिरपालों से ढंकते नजर आए। बरसात ने जहां लोगों के चेहरों पर मुस्कान दी, वहीं किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें भी खींच दीं।
शहर की जल निकासी व्यवस्था हुई फेल
तेज बारिश के चलते हसायन कस्बा समेत बाजारों, गली-मोहल्लों और सरकारी दफ्तरों के मार्गों पर पानी भर गया। बाजार और दुकानों के बाहर सड़कें जलमग्न हो गईं। नगर की जल निकासी व्यवस्था की पोल खुल गई, नालों से पानी उलटकर सड़कों पर आ गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कोतवाली परिसर, ब्लॉक कार्यालय परिसर में भी पानी भर गया। बारिश ने सरकारी इमारतों की दुर्दशा को भी उजागर किया।विद्युत उपकेंद्र और कोतवाली के लेखा लिपिक कार्यालयों में पानी टपकता देखा गया, जिससे सरकारी कार्य प्रभावित हुआ। बारिश का क्रम करीब सवा घंटे तक चलता रहा। इस दौरान बच्चे और युवा बारिश में भीगते हुए छतों, सड़कों और गलियों में बारिश का पूरा आनंद लेते नजर आए।