हाथरस 22 जुलाई । मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) पी.एन. दीक्षित ने मंगलवार को सुबह 11:15 बजे उप कृषि निदेशक कार्यालय, हाथरस का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उप कृषि निदेशक कार्यालय से नदारद मिले। फोन पर संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि वह सादाबाद में फार्मर रजिस्ट्री की समीक्षा में व्यस्त हैं।
कार्यालय में गंदगी और अव्यवस्था का आलम
निरीक्षण के दौरान कार्यालय परिसर में झाड़ियाँ और घास उगी पाई गईं। सीडीओ ने परिसर की तत्काल सफाई के निर्देश दिए। एक निष्प्रयोज्य जीप कई दिनों से परिसर में खड़ी मिली, जिस पर संबंधित कार्रवाई के आदेश दिए गए। कार्यालय के भीतर भी काफी गंदगी, डस्टबिन में फैला कचरा, और सीढ़ियों पर पड़ी किताबें मिलीं, जिन्हें किसानों में वितरित किया जाना था। सीडीओ ने निर्देश दिए कि ये किताबें जल्द से जल्द कृषकों में वितरित कराई जाएं।
कर्मचारी मिले अनुपस्थित, वेतन रोका गया
निरीक्षण के समय हरिओम शर्मा (वरिष्ठ प्राविधिक सहायक), श्रीमती किरण (कृषि सेविका) और श्री सुलेमान (चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी) कार्यालय से अनुपस्थित पाए गए। सीडीओ ने इन सभी का 22 जुलाई का वेतन रोकने और स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए हैं। कार्यालय में फार्मर रजिस्ट्री से संबंधित कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जा सकी। केवल कंप्यूटर ऑपरेटर श्री अरुण राजपूत ने सीमित जानकारी दी। बताया गया कि पीएम किसान योजना के 2,18,803 लाभार्थियों में से केवल 1,17,774 का रजिस्ट्रेशन हुआ है, जो महज 53.83% है। सीडीओ ने उप कृषि निदेशक को जुलाई माह तक 100% प्रगति सुनिश्चित करने को कहा है।
मृदा परीक्षण प्रयोगशाला का भी हुआ निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान मृदा परीक्षण प्रयोगशाला भी देखी गई, जहां प्रयोगशाला प्रभारी श्री कैलाश सिंह उपस्थित थे और परीक्षण कार्य चल रहा था। जानकारी दी गई कि प्रतिदिन लगभग 100 मृदा नमूनों का परीक्षण किया जाता है। हालांकि, यहां भी प्रा. सहायक आजाद खां और वरिष्ठ सहायक मंजू सिंह अनुपस्थित मिले। सीडीओ ने दोनों का वेतन रोकने और स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।