हाथरस 16 जुलाई । मुख्य विकास अधिकारी पी.एन. दीक्षित ने सोमवार को विकास खण्ड सिकन्दराराऊ अंतर्गत विभिन्न सरकारी कार्यालयों, निर्माणाधीन आश्रम पद्धति विद्यालय एवं प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई स्थानों पर कर्मचारियों की अनुपस्थिति, गंदगी, निर्माण कार्यों में देरी और बुनियादी सुविधाओं की कमी सामने आई। निरीक्षण के समय खंड विकास अधिकारी श्री शुभेन्दु गोपाल मौजूद रहे।
विकास खण्ड कार्यालय सिकन्दराराऊ
सीडीओ ने प्रातः 11:15 बजे विकास खण्ड कार्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान राकेश कुमार (अवर अभियंता), पुरूषोत्तम सिंह (लेखाकार) और मनवीर सिंह (बीओ) निरीक्षण के समय अनुपस्थित पाए गए। इनकी अनुपस्थिति पर तत्काल प्रभाव से वेतन रोकने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, खण्ड विकास अधिकारी को स्पष्टीकरण प्राप्त कर मंतव्य सहित रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है। कार्यालय परिसर में सफाई व्यवस्था अत्यंत दयनीय पाई गई। बैठक कक्ष में वाटर कूलर के नीचे पान की गंदगी पाई गई, जिसकी तत्काल सफाई के निर्देश दिए गए। वहीं, कार्यालय परिसर में दिव्यांगजनों एवं वरिष्ठजनों के लिए आयोजित सहायक उपकरण परीक्षण शिविर में एलिम्को प्रतिनिधि अवनीश सिंह ने बताया कि 14-15 जुलाई को बागला इंटर कॉलेज में 97 व्यक्तियों का पंजीकरण हुआ है।
कृषि रक्षा इकाई
खण्ड परिसर में स्थित कृषि रक्षा इकाई के निरीक्षण के दौरान कृषि रक्षा सुपरवाइजर श्री हरिश्चन्द्र अनुपस्थित मिले। परिसर में गंदगी पाई गई। सीडीओ ने खंड विकास अधिकारी को सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
निर्माणाधीन आश्रम पद्धति विद्यालय, मऊ चिरायल
निरीक्षण दोपहर 12:30 बजे प्रारंभ हुआ। परियोजना की कुल लागत ₹24.20 करोड़ है, जिसमें से ₹18.15 करोड़ की धनराशि प्राप्त हुई है और ₹17.55 करोड़ व्यय हो चुकी है। पूर्व कार्यदायी संस्था की धीमी प्रगति के कारण उसका टेंडर निरस्त कर दिया गया था। वर्तमान में पुंडरीकाक्षा प्रा. लि. द्वारा कार्य कराया जा रहा है, जो जून 2025 तक पूर्ण किया जाना था, लेकिन अब 31 दिसम्बर 2025 तक पूर्ण होने की संभावना है।
निरीक्षण में कई खामियां उजागर हुईं
- मल्टीपरपज हॉल में चेंजिंग रूम और टॉयलेट शामिल नहीं थे, जिन्हें जोड़े जाने के निर्देश दिए गए।
- दिव्यांग बच्चों के लिए रैम्प का अभाव पाया गया।
- डोरमेट्री की खिड़कियां बच्चों के बैड के सामने खुल रही थीं, जिससे चोट का खतरा था। इन्हें बाहर की ओर लगाने के निर्देश दिए गए।
- प्रकाश और पंखे की व्यवस्था असंतुलित पाई गई।
- पहुँच मार्ग पर जलभराव व कीचड़ पाया गया। बारिश के बाद कार्य प्रारंभ कराने का आश्वासन अधिशासी अभियंता ने दिया।
प्राथमिक विद्यालय, श्यामपुर मानिकपुर
दोपहर 1:30 बजे निरीक्षण किया गया। विद्यालय में तैनात तीन शिक्षकों में से दो अवकाश पर मिले, एक सहायक अध्यापक उपस्थित थे। कुल 53 नामांकित छात्रों में से 40 उपस्थित पाए गए। विद्यालय में जल आपूर्ति व्यवस्था ठीक नहीं थी और टॉयलेट की टोंटी टूटी मिली। परिसर में घास-फूस उगा मिला, जिसे साफ कराने के निर्देश दिए गए। मुख्य विकास अधिकारी ने समस्त निरीक्षण स्थलों पर साफ-सफाई, कर्मचारियों की उपस्थिति, निर्माण की गुणवत्ता एवं समयबद्ध पूर्णता पर विशेष बल दिया तथा सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए।