हाथरस 1 7 जुलाई। लोक निर्माण विभाग में कुछ चुनिंदा ठेकेदारों को बड़े-बड़े टेंडर आवंटित किए जाने की शिकायत उत्तर प्रदेश ठेकेदार कल्याण समिति के पदाधिकारियों ने अधीक्षण अभियंता अलीगढ़ व्रत लोक निर्माण विभाग को ज्ञापन के माध्यम से की है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता पर संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने कुछ चुनिंदा ठेकेदारों को बड़े-बड़े टेंडर आवंटित कर दिए।
पदाधिकारियों ने आरोप लगाया के आमंत्रित निविदाओं में साजिशन 5 दिन का समय बढाकर तमाम ठेकेदारों को निविदाओं में प्रतिभाग करने से वंचित कर दिया गया। 30 जून का समय निकालकर निविदा आमंत्रित किए जाने की वजह से ही निविदा के सापेक्ष मात्र कुछ ही ठेकेदारों द्वारा प्रतिभाग किया जा सका है। जो कि पंजीकरणों की वैधता समाप्ति की वजह से हुआ है। संगठन ने मांग की है कि सभी निविदाओं को दो हफ्ते का समय प्रदान करते हुए निविदाएं पुनः आमंत्रित की जाएं, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी हो सके। ज्ञापन के समय मंडल अध्यक्ष किशन सारस्वत, अध्यक्ष अनिल कुमार राजपूत, संरक्षक रामकुमार शर्मा, उपाध्यक्ष राजकुमार पूनिया, महामंत्री राजेश सारस्वत, कोषाध्यक्ष सुरेश चंद्र शर्मा, सचिव चिंतन पाठक, महेंद्र कुमार शर्मा के अलावा अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
वहीँ अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग संजीव कुमार वर्मा ने हमारे हाथरस को बताया कि हमारे विभाग में निविदा प्रक्रिया पूर्ण तरीके से गोपनीय होती है। इसमें किसी का भी हस्तक्षेप नहीं हो सकता। वह स्वयं भी यह नहीं पता कर सकते कि कौन-कौन बिड डाल रहा है। वहीं इसके अलावा अन्य ठेकेदार भी यह पता नहीं कर सकते कि किस ठेकेदार ने क्या बिड डाली है। उन पर लगे आरोप पूर्णतः गलत हैं और सत्य से परे हैं।