सिकंदराराऊ (हसायन) 09 जुलाई । विकासखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत बरवाना के माजरा नगला मोती में बारातघर के निर्माण को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। ग्राम पंचायत की भूमि पर अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग के लिए प्रस्तावित बारातघर के निर्माण कार्य को स्थानीय पिछड़ा वर्ग समुदाय के ग्रामीणों द्वारा रोके जाने की मांग की गई है। बुधवार को नगला मोती गांव के पिछड़ा वर्ग (कुशवाहा समाज) के पुरुष और महिलाएं ट्रैक्टर-ट्रॉली के माध्यम से कलेक्ट्रेट मुख्यालय पहुंचे और जिलाधिकारी राहुल पांडेय के नाम ओसी कलेक्ट्रेट प्रज्ञा सिंह को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत बरवाना के गाटा संख्या 750, जो कि पंचायत की स्वामित्व वाली भूमि है, पर ग्राम प्रधान के पति नीरज अहेरिया द्वारा जबरन बारातघर का निर्माण कराया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि इस भूमि के चारों ओर कुशवाहा समाज के घर हैं, और इस स्थान पर बारातघर का निर्माण सामाजिक तनाव का कारण बन सकता है। ग्रामीणों ने ज्ञापन में यह भी बताया कि ग्राम पंचायत में एससी वर्ग के लिए उपलब्ध भूमि ग्राम समाज की दूसरी जगहों पर मौजूद है, जो कि अनुसूचित जाति बाहुल्य क्षेत्र के अधिक समीप है। इसके बावजूद, बारातघर का निर्माण जबरन पिछड़ा वर्ग की बस्ती के बीच में कराया जा रहा है, जिससे विवाद की आशंका बढ़ गई है।
ग्रामीणों की मुख्य माँग
- गाटा संख्या 750 पर बारातघर का निर्माण कार्य रोका जाए।
- एससी वर्ग के लिए बारातघर का निर्माण उसी क्षेत्र में कराया जाए जहाँ उनकी बहुलता है, ताकि किसी भी समुदाय विशेष को आपत्ति न हो और सामाजिक सौहार्द बना रहे।
ज्ञापन देने पहुंचे प्रमुख ग्रामीण
रामस्वरूप, के.पी. सिंह कुशवाहा, मोहन सिंह, धर्मेन्द्र कुशवाहा, गजाधर सिंह कुशवाहा, लोकेश, सुनील कुशवाहा, दौजीराम, रनवीर सिंह, राजेश, पूरन सिंह, सुरेन्द्र, ओमप्रकाश सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।