हाथरस में विद्युत कर्मियों की हड़ताल, किसानों ने भी दिया समर्थन, निजीकरण के विरोध में उठी एकजुट आवाज

हाथरस 09 जुलाई । जनपद में NOCCEE के राष्ट्रव्यापी आव्हान पर बिजली विभाग के निजीकरण के विरोध में अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल कार्यालय, ओडपुरा में एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल का आयोजन किया गया। इस आंदोलन में विद्युत विभाग के सैकड़ों कर्मचारी शामिल हुए, वहीं भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों और किसानों ने भी आंदोलन को समर्थन दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे इंजीनियर रोमेश जादौन ने कहा कि पूर्वांचल और दक्षिणांचल डिस्कॉम के निजीकरण की प्रक्रिया तेज हो रही है, जो न केवल कर्मचारियों के हितों के खिलाफ है बल्कि आम जनता के लिए भी घातक साबित होगी। उन्होंने कहा कि जब तक यह प्रक्रिया स्थगित नहीं होती, विरोध जारी रहेगा। राज्य विद्युत परिषद के अध्यक्ष इं. सुमित कुमार सोनी ने निजीकरण को आरक्षण, संविधान और आम जनता पर हमला बताया। उन्होंने कहा कि इससे बिजली की दरें बढ़ेंगी और कर्मचारियों की सेवा शर्तें प्रभावित होंगी।
क्षेत्रीय सचिव प्रवेश यादव ने इसे जीवन की अंतिम सांस तक लड़ने वाली लड़ाई बताया, जबकि इं. अरविंद झा ने आंदोलन को निर्णायक बताया और सभी कर्मचारियों से इसमें सक्रिय भागीदारी की अपील की। टीजी-2 कर्मचारी चंद्रवीर ने कहा कि विभाग को कमीशन के चलते निजी हाथों में बेचा जा रहा है, जो स्वीकार्य नहीं है।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष इं. संदीप कुमार ने मांग की कि ग्रांट थॉर्नटन कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर, सुधार कार्यक्रम शुरू किया जाए। टीजी-2 संघ के यशवीर सिंह ने सभी कर्मचारियों से एकजुट होकर अधिकारों की रक्षा के लिए खड़े रहने का आह्वान किया। हड़ताल में अधिशासी अभियंता इं. संदीप कुमार, इं. विश्वेद्र प्रताप सिंह, इं. अभिनव तिवारी, इं. इमरान खान, इं. अरविंद झा, इं. श्रीनिवास पांडेय, इं. अभिषेक राठौर, इं. संदीप पांडेय सहित विभाग के अनेक अधिकारी, कर्मचारी एवं किसान संगठन के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।