हाथरस 3 जुलाई । होली वाली गली स्थित श्री लक्ष्मीनारायण जी महाराज मंदिर में वार्षिक पाटोत्सव का दो दिवसीय भव्य आयोजन 1 व 2 जुलाई को अपार श्रद्धा एवं भक्ति भाव के साथ सम्पन्न हुआ। यह आयोजन भक्तों के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र बना रहा। एक जुलाई को प्रातः 6 बजे से शुरू हुआ अखण्ड हरिनाम संकीर्तन हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे जो 24 घंटे तक निरंतर चलता रहा और इसका विश्राम 2 जुलाई को प्रातः 6 बजे संकीर्तनमयी प्रभातफेरी के साथ हुआ। वातावरण पूरे समय हरिनाम की मधुर ध्वनि से गूंजता रहा, जिससे भक्तों को दिव्य आनंद की अनुभूति हुई। 2 जुलाई को प्रातः श्री ठाकुर जी का पंचामृताभिषेक संपन्न हुआ, जिसके उपरांत उत्सव आरती का आयोजन हुआ। सायंकाल 7 बजे श्री ठाकुर जी ने भव्य फूल बंगले में विराजमान होकर भक्तों को अत्यंत मनोहारी दर्शन दिए।
नगर की विभिन्न संकीर्तन मंडलियों द्वारा भक्ति रस से भरपूर बधाइयों का गायन किया गया, जिसमें तरुण, बालक, वृद्ध सभी झूमकर नृत्य करते रहे। भक्ति का ऐसा उल्लासमय दृश्य देख उपस्थित सभी श्रद्धालु भावविभोर हो उठे।इस पावन अवसर पर श्री शशिकांत जी बागला, श्री शिवांग बागला, गौरांग बागला, पारस जांगिड़, ऋषभ वर्मा, अतुल खंडेलवाल, हर्षित, रामबाबू जी, ललित, अमित, तुषार, कृष्णा, प्रभाकर, मोहनलाल जी, उमाशंकर जी, राजू, अर्पित, राकेश जी, मनोज जी सहित अनेक श्रद्धालुओं ने सक्रिय सहभागिता की।यह पाटोत्सव न केवल एक धार्मिक उत्सव था, बल्कि भक्तों के लिए ईश्वर से जुड़ने का एक जीवंत अनुभव बन गया।