नई दिल्ली 22 जून । 13 जून से जारी ईरान-इज़राइल युद्ध अपने 10वें दिन एक नाटकीय और खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। रविवार को अमेरिका ने इस युद्ध में खुलकर हस्तक्षेप करते हुए ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों – फोर्डो, नतांज और इस्फाहान – पर हवाई हमला किया है। हमले के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस ऑपरेशन की पुष्टि की और सेना को बधाई दी। उन्होंने कहा, “हमने ईरान के परमाणु ठिकानों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया है। अब ईरान को शांति के रास्ते पर आना चाहिए।” इससे पहले ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर भी इस हमले की जानकारी साझा की थी।
ऑपरेशन का नाम – ‘मिडनाइट हैमर’
अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन के अनुसार, इस सैन्य कार्रवाई को ‘ऑपरेशन मिडनाइट हैमर’ नाम दिया गया था। इस दौरान अमेरिका ने तीनों ठिकानों पर कुल 9 बम गिराए, जिनमें अत्याधुनिक B2 स्पिरिट बॉम्बर्स और Massive Ordnance Penetrator (MOP) का प्रयोग किया गया।
रक्षा सचिव का दावा – ‘इतिहास का सबसे सटीक हमला’
अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने इस हमले को “इतिहास का सबसे सटीक सैन्य ऑपरेशन” बताया। उन्होंने कहा “हमारा उद्देश्य केवल ईरान के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाना था, न कि सैनिकों या आम नागरिकों को। हमने महीनों की योजना और गोपनीयता के साथ यह कार्रवाई की।”
ईरान की प्रतिक्रिया – ‘क्रूर सैन्य हमला’, UN से हस्तक्षेप की मांग
ईरान ने अमेरिका के इस हमले को “क्रूर सैन्य आक्रमण” करार दिया है और इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया है। ईरान ने संयुक्त राष्ट्र और IAEA से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। वहीं, ईरान ने इज़राइल पर मिसाइलें दागकर जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है।
रूस की ओर झुकाव, विदेश मंत्री रवाना हुए मॉस्को
ईरान ने अब रूस का साथ पाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। इसके तहत ईरान के विदेश मंत्री आज मॉस्को रवाना हुए हैं, जहां वे रूसी नेतृत्व से इस संकट पर बातचीत करेंगे।
होर्मुज़ जलसंधि को लेकर बड़ा फैसला जल्द
ईरान में होर्मुज़ जलसंधि को बंद करने की मांग उठ रही है। अंतिम फैसला ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खोमेनेई लेंगे। यह जलसंधि दुनिया के 20% तेल-गैस परिवहन का मार्ग है। इसका बंद होना वैश्विक तेल आपूर्ति और व्यापार पर बड़ा असर डाल सकता है।
भारत के 311 भारतीय और लौटे
इस बीच भारत ने युद्धग्रस्त ईरान से अपने नागरिकों को निकालने का अभियान जारी रखा है। रविवार को 311 भारतीय नागरिकों की एक और खेप दिल्ली पहुंची। अब तक 1428 भारतीय सुरक्षित लौट चुके हैं।
पीएम मोदी और ईरानी राष्ट्रपति की 45 मिनट की बातचीत
सूत्रों के अनुसार, अमेरिकी हमले के बाद ईरानी राष्ट्रपति पेजेशकियन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर 45 मिनट बात की। राष्ट्रपति ने भारत को शांति और स्थिरता का मित्र बताया और तनाव घटाने में भारत की भूमिका की सराहना की।
इज़रायल का दावा – ईरान की परमाणु क्षमता खत्म
इज़रायल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि अमेरिका के हमले के बाद “ईरान की परमाणु क्षमता पूरी तरह खत्म हो गई है।” उन्होंने कहा कि यह हमला ईरान के परमाणु कार्यक्रम को निर्णायक क्षति पहुँचाने वाला रहा है।