हाथरस 19 जून । जनपद हाथरस में रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रभावी संचालन हेतु विकास भवन कार्यालय में मुख्य विकास अधिकारी प्रदीप नारायण दीक्षित की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में कार्यक्रम की रूपरेखा, प्रशिक्षण स्थलों की व्यवस्था, योग्य प्रशिक्षकों की उपलब्धता और छात्राओं की भागीदारी सहित तमाम बिंदुओं पर गहन समीक्षा की गई। मुख्य विकास अधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रशिक्षण कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि अधिकाधिक छात्राएं लाभान्वित हो सकें। उन्होंने समयबद्धता और गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण पर विशेष बल देते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की बालिकाओं तक यह सुविधा अवश्य पहुँचे। बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला क्रीड़ा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, संबंधित प्रधानाचार्यगण एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
23 राजकीय विद्यालयों में होगा प्रशिक्षण
जिला विद्यालय निरीक्षक संत प्रकाश ने बताया कि कार्यक्रम के तहत जनपद के 23 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत बालिकाओं को जुलाई, अगस्त एवं सितम्बर माह के दौरान तीन माह का आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। यह प्रशिक्षण जूडो, ताइक्वांडो, कराटे आदि मार्शल आर्ट विधाओं में दिया जाएगा।
प्रशिक्षक चयन हेतु आवेदन आमंत्रित
प्रशिक्षण कार्य हेतु ब्लैक बेल्ट योग्यताधारी प्रशिक्षकों का चयन किया जाना है। इच्छुक प्रशिक्षक 30 जून 2025 तक अपना आवेदन पंजीकृत डाक, व्यक्तिगत रूप से या ईमेल (rmsa.hathras@gmail.com) के माध्यम से जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय, हाथरस में जमा कर सकते हैं। एक प्रशिक्षक अधिकतम तीन विद्यालयों में प्रशिक्षण दे सकता है।
मानदेय एवं प्रशिक्षण अवधि
प्रति विद्यालय प्रति माह ₹5,000 के मानदेय के अनुसार तीन माह में अधिकतम ₹15,000 तक भुगतान किया जाएगा। प्रशिक्षण अवधि प्रति दिन 40 मिनट निर्धारित है। महिला प्रशिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी। अनुपलब्धता की स्थिति में पुरुष प्रशिक्षकों का चयन किया जाएगा। ग्रामीण विद्यालयों में कार्य करने की इच्छा रखने वाले प्रशिक्षकों को प्राथमिकता मिलेगी।