हाथरस 17 जून । मथुरा से कासगंज के बीच 105 किलोमीटर लंबे रेल खंड के दोहरीकरण कार्य को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। हाथरस शहर, मुरसान और राया जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में जमीन संबंधी बाधाएं सामने आने के बाद रेलवे ने इन क्षेत्रों में एलिवेटेड ट्रैक (ऊँचा रेल ट्रैक) बनाने का निर्णय लिया है। रेलवे के आंतरिक सर्वे और ले-आउट तैयार होने के बाद अब स्थायी सर्वे किया जाएगा, जिसमें ट्रैक का हर एक मीटर का डिज़ाइन तैयार होगा। इस कार्य पर लगभग ₹2.10 करोड़ की लागत आने का अनुमान है।
तीन स्टेशन होंगे दो मंजिला
एलिवेटेड ट्रैक के चलते हाथरस सिटी, मुरसान और राया रेलवे स्टेशन को दो मंजिला बनाया जाएगा। विशेष रूप से हाथरस सिटी स्टेशन पर तीन ट्रैक और प्लेटफॉर्म की योजना है, लेकिन जगह की कमी के कारण तीसरा प्लेटफॉर्म दूसरी मंजिल पर बनाया जाएगा।
मेंडू स्टेशन को मिल सकती है विशेष अहमियत
मेंडू रेलवे स्टेशन भविष्य में एक प्रमुख जंक्शन के रूप में उभर सकता है। यहाँ ट्रैक बिछाने के लिए पर्याप्त भूमि उपलब्ध है और इसे भविष्य में दिल्ली-कानपुर रेल रूट के हाथरस जंक्शन से जोड़ने की भी योजना चल रही है।
विवरण | आँकड़े |
---|---|
कुल दूरी | 105 किमी |
रेलवे स्टेशन | 11 |
दैनिक पैसेंजर ट्रेनें | 5 जोड़ी |
साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेनें | 12 जोड़ी |
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, दोहरीकरण के बाद इस रूट पर एक्सप्रेस ट्रेनों की संख्या और बढ़ाई जा सकती है, जिससे इस क्षेत्र की कनेक्टिविटी और यातायात सुविधा में बड़ा सुधार होगा।
रेलवे अधिकारी का बयान
“मथुरा-कासगंज रेल खंड के दोहरीकरण पर काम किया जा रहा है। इसका कुछ हिस्सा एलिवेटेड होगा। अब स्थायी सर्वे किया जाना है और जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।” — संजीव कुमार शर्मा, वरिष्ठ मंडलीय वाणिज्य प्रबंधक, इज्जतनगर मंडल