हाथरस 16 जून । एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राइट्स (ADHR) के महिला प्रकोष्ठ का शपथग्रहण समारोह रविवार को शहर के एक रेस्टोरेंट में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा गणेश पूजन कर विधिवत रूप से की गई। इस अवसर पर नवनियुक्त महिला जिला इकाई को जिम्मेदारियों की शपथ दिलाई गई। मुख्य अतिथि के रूप में नगर पालिका अध्यक्ष श्वेता चौधरी, राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन वार्ष्णेय, राष्ट्रीय प्रवक्ता देवेंद्र गोयल, जिलाध्यक्ष उपवेश कौशिक, जिला महासचिव शैलेन्द्र सांवलिया सहित अनेक गणमान्य अतिथि मौजूद रहे। राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन वार्ष्णेय ने महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष सोनल अग्रवाल, महासचिव पूजा वार्ष्णेय, कोषाध्यक्ष शालिनी अग्रवाल समेत तीस सदस्यीय जिला कार्यकारिणी को शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। महिला सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और नेतृत्व क्षमता जैसे मुद्दों पर संगठित प्रयासों की आवश्यकता है।
नगर पालिका अध्यक्ष श्वेता चौधरी ने कहा, “नारीशक्ति समाज का नेतृत्व कर उसे दिशा देती है। एक माँ परिवार की प्रथम गुरु होती है और समाज के लिए प्रेरणास्रोत भी।” उन्होंने नवनियुक्त टीम को शुभकामनाएं दीं। राष्ट्रीय प्रवक्ता देवेन्द्र गोयल ने कहा कि महिलाओं को समाज में समानता और सम्मान दिलाने के लिए ठोस कार्य करने होंगे। समाज को महिलाओं के अधिकारों और हितों के प्रति अधिक जागरूक बनाने की आवश्यकता है। नवनियुक्त जिलाध्यक्ष सोनल अग्रवाल ने कहा, “हमें नेतृत्व की भूमिका निभानी होगी और घरेलू हिंसा जैसे संवेदनशील मुद्दों पर समाज को जागरूक करना होगा। संविधान ने हमें समान अधिकार और अवसर दिए हैं, अब उन्हें क्रियान्वित करने का समय है।” जिलाध्यक्ष उपवेश कौशिक ने कहा कि मातृशक्ति आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है, यही सामाजिक जागरूकता का परिचायक है। ADHR टीम एक परिवार की तरह कार्य करेगी।
कार्यक्रम का संचालन महासचिव पूजा वार्ष्णेय ने किया। इस दौरान सभी अतिथियों को तुलसी का पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया, जो पर्यावरण और भारतीय परंपरा के प्रतीक के रूप में सराहा गया।उपस्थित प्रमुख महिलाएं: कविता गोयल, प्रियमदा गर्ग, चित्रा वार्ष्णेय, ममता अग्रवाल, शशि वाला अग्रवाल, रितु जैन, रुचि अग्रवाल, रीना गुप्ता, प्रभा वार्ष्णेय, मुक्ति जैन, सविता वार्ष्णेय, आशु वार्ष्णेय आदि। यह समारोह महिला जागरूकता और नेतृत्व क्षमता को समर्पित एक प्रेरणादायी पहल रहा, जिससे आने वाले समय में महिला सशक्तिकरण को नई दिशा मिलेगी।