लखनऊ 15 जून । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार को एक ऐतिहासिक कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 60,244 नवचयनित सिपाहियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। यह पहली बार है जब राज्य में एक साथ इतनी बड़ी संख्या में युवाओं को पुलिस बल में शामिल किया गया है। कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अब यूपी में गुंडों का नहीं, कानून का राज चलता है। उन्होंने वादा किया कि अगले पांच साल में एक ऐसी व्यवस्था विकसित की जाएगी, जिसमें किसी भी एफआईआर पर अधिकतम तीन साल के भीतर सुप्रीम कोर्ट तक फैसला आ जाएगा। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि अब नियुक्तियां पारदर्शी तरीके से हो रही हैं, पहले जाति के आधार पर भर्तियां की जाती थीं। अब तकनीक आधारित भर्ती प्रणाली से योग्य उम्मीदवारों को मौका मिल रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि गरीब से गरीब परिवार का बेटा भी अब पुलिस बल का हिस्सा बन रहा है। उन्होंने बताया कि डबल इंजन सरकार के 8 वर्षों में उत्तर प्रदेश में 8.5 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियाँ दी गई हैं। सीएम योगी ने कहा कि “उत्तर प्रदेश पुलिस ने अब अपनी छवि बदली है और आम जनता का भरोसा जीता है। जितना पसीना प्रशिक्षण में बहाओगे, जीवन में उतना ही कम खून बहेगा।”
इस अवसर पर यूपी पुलिस के तकनीकी सशक्तिकरण की भी चर्चा की गई, जिसमें सीसीटीवी कैमरे, कंट्रोल रूम, कमांड सेंटर, पीसीआर वैन और एफएसएल यूनिट्स की संख्या में वृद्धि जैसे बिंदुओं को रेखांकित किया गया। इस नियुक्ति समारोह को यूपी में बदलते प्रशासनिक परिदृश्य का प्रतीक माना जा रहा है।