नई दिल्ली 13 मई । भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सीज़फायर के बाद, भारत सरकार ने कड़ा और स्पष्ट रुख अपनाते हुए पाकिस्तान को दो टूक शब्दों में यह संदेश दिया है कि उसे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) खाली करना होगा। भारत के विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि जम्मू-कश्मीर से संबंधित सभी मुद्दों पर कोई भी बातचीत सिर्फ द्विपक्षीय होगी, और भारत किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्पष्ट रूप से खारिज करता है।
“जम्मू-कश्मीर भारत का आंतरिक मामला” – विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा “हमारा पुराना और स्पष्ट रुख है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इससे संबंधित कोई भी मसला सिर्फ भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत से ही सुलझेगा। तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं है।” उन्होंने कहा कि भारत की नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है, और एकमात्र लंबित मुद्दा पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जे में रखा गया भारतीय क्षेत्र (POK) है, जिसे उसे खाली करना ही होगा।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की झुकती रणनीति
भारत के सख्त सैन्य रुख के बाद पाकिस्तान के रुख में बदलाव देखा गया। 10 मई 2025 को भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के प्रमुख एयरबेस और आतंकी ठिकानों पर बेहद प्रभावी हमला किया गया, जिसके बाद पाकिस्तान ने सीज़फायर और डीजीएमओ स्तर की बातचीत का प्रस्ताव रखा। रणधीर जयसवाल ने बताया “हमारे हमले के बाद पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने की पहल सामने आई। यह हमारी सैन्य क्षमता का असर था।”
डीजीएमओ वार्ता के पीछे की प्रक्रिया
पाकिस्तान की ओर से डीजीएमओ वार्ता के लिए 10 मई को दोपहर 12:37 बजे विदेश मंत्रालय को संपर्क किया गया था। तकनीकी कारणों से प्रारंभ में हॉटलाइन कनेक्शन में परेशानी आई, लेकिन बाद में 15:35 बजे बातचीत सफलतापूर्वक संपन्न हुई।
परमाणु युद्ध की अटकलें बेबुनियाद : भारत
हालिया घटनाक्रम पर अमेरिका सहित कुछ देशों में परमाणु तनाव की आशंका जताई जा रही थी। इस पर विदेश मंत्रालय ने साफ किया कि “भारत की कार्रवाई पूरी तरह पारंपरिक सैन्य क्षेत्र में रही। पाकिस्तान की ओर से भी अब तक परमाणु विकल्प के इस्तेमाल की बात को खारिज किया गया है।” भारत ने जोर देकर कहा कि वह कभी भी परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा और आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा।
ऑपरेशन सिंदूर का असर : आतंकी ठिकाने तबाह
पाकिस्तानी विदेश मंत्री के CNN को दिए बयानों पर पलटवार करते हुए भारत ने कहा कि “बहावलपुर, मुरीदके, मुजफ्फराबाद जैसे क्षेत्रों में पाकिस्तान ने अपने आतंकी ठिकानों को नष्ट होते देखा है। पाकिस्तान की सैन्य क्षमताओं को भारी क्षति पहुंचाई गई है।” भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद, घुसपैठ और सीमा उल्लंघन की घटनाएं अब बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। पाकिस्तान को यह समझ लेना होगा कि अगर वह शांति चाहता है, तो उसे सबसे पहले POK खाली कर भारत की संप्रभुता का सम्मान करना होगा। “सीज़फायर एक मौका है – पर भारत की संप्रभुता से समझौता नहीं।”