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हाथरस 30 अप्रैल । जनपद हाथरस के काका हाथरसी स्मारक समिति प्रांगण में आज यूपी एसआईसी, यूपीकॉन और जिला उद्योग केंद्र, हाथरस के संयुक्त तत्वावधान में पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ESG) विषय पर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में जनपद के एमएसएमई उद्यमियों को उनके व्यवसायों को अपग्रेड, स्केल अप और डिजिटाइज करने तथा विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी देकर उन्हें जागरूक किया गया। कार्यक्रम के दौरान राइजिंग एंड एक्सीलरेटिंग एमएसएमई परफॉर्मेंस (RAMP) योजना की जानकारी दी गई। बताया गया कि यह विश्व बैंक द्वारा सहायता प्राप्त एक योजना है, जिसे भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा लागू किया गया है। इस योजना का उद्देश्य देश के एमएसएमई क्षेत्र के प्रदर्शन को सुदृढ़ करना है।

प्रमुख विषय

  • पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ESG) प्रथाओं की जानकारी
  • यूपी एमएसएमई नीति-2022 के अंतर्गत मिलने वाले लाभ
  • जीरो डिफेक्ट-जीरो इफेक्ट (ZED) प्रमाणन
  • तकनीकी उन्नयन, प्लेज पार्क व डिजिटाइजेशन
  • निर्यात को बढ़ावा देने की रणनीतियाँ

कार्यशाला में यूपीकॉन के विशेषज्ञ डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि “यह योजना युवाओं के व्यवसायिक सपनों को साकार करने में सहायक है। यह न केवल आधुनिक उद्योग निर्माण में सहायक है, बल्कि सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए भी तैयार करती है।” उन्होंने जीरो डिफेक्ट-जीरो इफेक्ट मॉडल के जरिए कम लागत में अधिक उत्पादन की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया, साथ ही ESG के वैश्विक महत्व पर भी प्रकाश डाला।

इस दौरान सुरेश अग्रवाल जिला अध्यक्ष उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल, मुकेश दीक्षित जिलाध्यक्ष ईंट भट्टा एसोसिएशन, प्रवल गुप्ता कोऑर्डिनेटर यूपीकॉन, शरद अग्रवाल, अध्यक्ष, काका हाथरसी स्मारक समिति डॉ. जितेन्द्र कुमार शर्मा सचिव काका हाथरसी स्मारक समिति, सुनहरीलाल गौतम, संजीव पचौरी, कमलेश बाबू, लोकेन्द्र सिंह यादव, जिला महासचिव, युवा भारतीय किसान यूनियन, केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन व अन्य औद्योगिक संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे। कार्यशाला के समापन पर उद्यमियों को ईएसजी प्रमाणपत्र भी वितरित किए गए।

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