सिकंदराराऊ (हसायन) 23 अप्रैल । हसायन नगर पंचायत क्षेत्र में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। गली-मोहल्लों से लेकर मुख्य बाजार तक कूड़ा उठाने के पर्याप्त संसाधन नहीं हैं, जिससे न केवल सफाई कर्मचारियों को परेशानी हो रही है बल्कि पूरे कस्बे का पर्यावरण भी खतरे में पड़ गया है। सुबह के समय कूड़े के ढेरों में आग लगाने से धुएं और प्रदूषण का स्तर खतरनाक हो चुका है। मॉर्निंग वॉक पर निकलने वाले लोग, वाहन चालक और राहगीर धुएं और गंदगी से खासे परेशान हैं। नगर पंचायत प्रशासन को कई बार अवगत कराने के बावजूद भी कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है।
केवल एक ट्रैक्टर से ढोया जाता है पूरा कूड़ा
नाम न छापने की शर्त पर सफाई कर्मचारियों ने बताया कि पूरा कस्बा केवल एक ट्रैक्टर के सहारे साफ किया जाता है, जबकि नगर क्षेत्र की जनसंख्या और कचरे की मात्रा इससे कहीं अधिक है। वर्षों पहले बना कूड़ा निस्तारण केंद्र अब तक चालू नहीं हो सका, जिससे कर्मचारियों को कचरा निजी प्लॉट्स में डालने पर मजबूर होना पड़ता है।
पॉलीथिन बिक्री पर दोहरा रवैया
कस्बे के मुख्य बाजार में प्रतिबंधित पॉलिथिन की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है, लेकिन नगर पंचायत की कार्यवाही चुनिंदा दुकानदारों पर ही सीमित रहती है। सूत्रों के अनुसार कुछ व्यापारियों से अवैध वसूली के बदले उन्हें छापेमारी से बख्शा जाता है, जबकि बाकी दुकानदारों पर कृत्रिम अभियान चलाकर इतिश्री कर दी जाती है।
ठेके पर लगे कर्मचारियों का शोषण
नगर पंचायत में ठेकेदारी प्रथा के तहत कार्यरत कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें निकालने की धमकी देकर शोषण किया जाता है। गर्मी के इस मौसम में उन्हें बिना पर्याप्त संसाधनों के काम पर मजबूर किया जाता है, जिससे उनकी स्थिति भी अत्यंत दयनीय बनी हुई है।