हाथरस 01 फरवरी । मोदी सरकार 3.0 का पहला पूर्णकालिक आम बजट पेश हो गया है। बजट 2025 पर सबकी निगाहें टिकी थीं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना 8वां बजट आज सुबह 11 बजे लोकसभा में पेश किया। इससे पहले वह छह पूर्णकालिक और दो अंतरिम बजट पेश कर चुकी हैं। आम बजट विपक्ष को रास नहीं आया। वहीं सत्ता पक्ष ने इसे विकास और मध्यम वर्ग का बजट बताया।
सांसद अनूप प्रधान ने बजट 2025 पर कहा, ‘आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया बजट एक बहुत ही संतुलित, सर्वसमावेशी और विकास को बढ़ावा देने वाला बजट है। ये विकसित भारत के संकल्प को गति देता है। इस बजट में गरीबों और किसानों का कल्याण, वंचितों का सम्मान और महिलाओं और मध्यम वर्ग का उत्थान शामिल है।
सदर विधायक अंजुला सिंह माहौर ने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र को क्रेडिट गारंटी कवर को दोगुना करने की सरहना की। उन्होंने कहा कि इससे स्टार्ट-अप और विनिर्माण केंद्रों को बढ़ावा मिलेगा। फुटवियर, चमड़ा और खिलौना विनिर्माण उद्योगों पर बजट का ध्यान जमीनी स्तर पर नौकरियों को बढ़ावा देगा, जिससे पीएम मोदी के विकसित भारत के सपने को साकार किया जा सकेगा।
भाजपा जिलाध्यक्ष शरद माहेश्वरी ने कहा कि भारत सरकार द्वारा आज जो बजट पेश किया गया ऐतिहासिक कदम, जिसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी ने 12 लाख तक की आय पर कोई आयकर नहीं लगाने की घोषणा की, सच में जनता के लिए एक तोहफा है, यह निर्णय न केवल नौकरीपेशा वर्ग,बल्कि छोटे व्यापारी और मध्यम वर्ग के लिए भी राहत देने वाला है। इस कदम से आर्थिक समृद्धि की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ाया गया है। अब लोग अपनी मेहनत की कमाई का सही उपयोग कर सकेंगे और जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए और अवसर प्राप्त कर सकेंगे। हम सभी देशवासियों की ओर से, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी को इस दूरदर्शी फैसले के लिए धन्यवाद।
समाजवादी पार्टी जिलाध्यक्ष देवेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि बजट में आम आदमी, किसानों, युवाओं, मजदूरों के लिए कुछ नहीं है। यह बजट निराशाजनक है। सरकार ने बजट में जो वादे किए हैं, वह भ्रामक है। यह बजट नहीं सिर्फ आंकड़ों का खेल है।
जिला कॉंग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य ने कहा कि बजट प्रस्तावों में अर्थव्यवसथा में सुधार के लिये कोई ठोस बात नहीं है। इस बजट को गोली के घाव को मरहम से ठीक करने जैसा प्रयास करार दिया है। आगे कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में कुछ भी नया नहीं था और बजट में तबाह हो रही अर्थव्यवस्था को संभालने के कोई प्रयास नहीं किये गये हैं। इसमें जो कुछ भी कदम उठाने की कोशिश हुई है, वह गोली के घाव पर मरहम लगाने जैसा है।
निवर्तमान भाजपा जिलाध्यक्ष गौरव आर्य ने कहा कि मैं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई देती हूँ, जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने की दिशा में एक शानदार बजट पेश किया है। यह बजट, युवा, गरीब, किसान, नारी के साथ-साथ समाज के सभी वर्गों और क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देने वाला है। खासकर मध्यम वर्ग के योगदान का ध्यान रखते हुए यह बजट अभूतपूर्व तोहफा लेकर आया है I बारह लाख रुपये तक की वार्षिक आय पर आयकर से राहत दिए जाने के निर्णय का मैं हृदयतल से स्वागत करती हूँ। मैं पुनः प्रधानमंत्री को और वित्त मंत्री को इस ऐतिहासिक बजट के लिए बधाई देती हूँ।
सीए प्रतीक अग्रवाल ने कहा कि केंद्रीय बजट 2025-26 में, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश ( एफडीआई ) की सीमा को 74% से बढ़ाकर 100% करने का प्रस्ताव रखा है। इस कदम का उद्देश्य बीमा उद्योग में विदेशी निवेश को प्रोत्साहित करना, प्रतिस्पर्धा बढ़ाना, और उपभोक्ताओं के लिए बेहतर उत्पाद और सेवाएं उपलब्ध कराना है। 100% एफडीआई की अनुमति से विदेशी बीमा कंपनियां भारतीय बाजार में स्वतंत्र रूप से प्रवेश कर सकेंगी, जिससे उपभोक्ताओं को अधिक विकल्प मिलेंगे और प्रीमियम दरों में संभावित कमी आ सकती है। इसके अतिरिक्त, बीमा कंपनियों के लिए समग्र लाइसेंसिंग (कॉम्पोजिट लाइसेंस) की सुविधा भी प्रस्तावित की गई है, जिससे वे जीवन और गैर-जीवन दोनों प्रकार के बीमा उत्पाद पेश कर सकेंगी। इन सुधारों से बीमा क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं मिलेंगी, और देश में बीमा की पहुंच और स्वीकार्यता में वृद्धि होगी।